नई दिल्ली: उत्तराखंड में मुख्यमंत्री को बदलने को लेकर सियासी सुगबुगाहट तेज हो गई है। खबर है कि आज शाम सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत इस्तीफा दे सकते हैं। शाम 4 बजे सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मुलाकात करेंगे और इस दौरान वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, त्रिवेंद्र सिंह रावत की जगह धन सिंह रावत उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री हो सकते हैं। स्टेट चॉपर धन सिंह को लाने के लिए रवाना हो गया है। सोमवार को त्रिवेंद्र सिंह रावत दिल्ली में केंद्रीय भाजपा नेताओं से मिले थे। कई मंत्रियों और विधायकों द्वारा रावत की कार्यशैली को लेकर शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद से अटकलें लगाई जा रही हैं कि भाजपा राज्य में राजनीतिक बदलाव कर रही है। 2017 में सत्ता में आने के बाद रावत को राज्य विधानसभा में 70 में से 57 सीटों पर जीत हासिल करने के बाद मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया था।
राज्य के नेताओं का एक वर्ग यह मानता है कि उनके साथ पार्टी की चुनावी संभावनाएं बहुत उज्ज्वल नहीं हो सकती हैं। पार्टी के शीर्ष सूत्रों ने कहा कि चार मंत्रियों सहित कम से कम 10 भाजपा विधायक दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं।
दो केंद्रीय नेताओं, भाजपा उपाध्यक्ष रमन सिंह और महासचिव दुष्यंत सिंह गौतम, जिन्हें पर्यवेक्षक के रूप में उत्तराखंड भेजा गया था, उन्होंने अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंप दी है।
सूत्रों के अनुसार, कुछ मंत्रियों ने रमन सिंह और गौतम को अल्टीमेटम दिया है कि अगर सीएम रावत को नहीं हटाया गया तो वे इस्तीफा दे देंगे।
असंतुष्ट विधायकों को शांत करने के लिए पार्टी नेतृत्व रावत मंत्रिमंडल में विस्तार कर सकता है। 2017 के चुनावों के बाद रावत ने सात कैबिनेट और दो जूनियर मंत्रियों को स्वतंत्र प्रभार के साथ शामिल किया था। नियमों के अनुसार, राज्य में सीएम सहित अधिकतम 12 मंत्री हो सकते हैं। पिछले साल मई में मंत्री प्रकाश पंत के निधन के बाद एक कैबिनेट पद खाली हो गया।
उत्तराखंड के भाजपा विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री हालिया घटनाक्रम पर पार्टी नेतृत्व के साथ विचार-विमर्श कर रहे हैं। उन्होंने कल दिल्ली में पार्टी प्रमुख सहित कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। उन्हें पार्टी प्रमुख का फोन आया है। मुख्यमंत्री आज दोपहर लगभग 3 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और अपनी अगली कार्रवाई सभी को बताएंगे। सभी 57 भाजपा विधायक मुख्यमंत्री के साथ खड़े हैं।