नई दिल्ली। ईडी ने बुधवार को शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत के कथित सहयोगी प्रवीण राउत के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। जांच एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में प्रवीण राउत की 73 करोड़ रुपये से अधिक की जमीन कुर्क की है।
ईओडब्ल्यू के एफआईआर के बाद हुई कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक, अचल संपत्तियां पालघर, दापोली, रायगढ़ और ठाणे में और उसके आसपास स्थित हैं। बता दें कि इसी मामले में संजय राउत और प्रवीण राऊत दोनों को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद ये कार्रवाई हुई है।
ईडी ने जानकारी दी कि इस रिडेवलपेंट के नाम पर कई गैर-कानूनी गतिविधियों को अंजाम दिया गया। सोसायटी, म्हाडा और जीएसीपीएल के बीच एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। समझौते के अनुसार, 672 किरायेदारों को फ्लैट मुहैया कराना था।
अपराध की आय का एक हिस्सा प्रवीण राउत को दिया गया
जीएसीपीएल के निदेशकों ने म्हाडा को गुमराह किया और 672 विस्थापित किरायेदारों के लिए पुनर्वास हिस्से और म्हाडा के लिए फ्लैटों का निर्माण किए बिना 901.79 करोड़ रुपये की राशि एकत्र करते हुए। अपराध की आय का 95 करोड़ रुपये का एक हिस्सा जीएसीपीएल के निदेशक प्रवीण राउत ने अपने निजी बैंक खातों में भेज दिया।
अपराध की आय का एक हिस्सा उन्होंने संबंधित व्यक्तियों के पास रखा था, जबकि प्रवीण राउत द्वारा अर्जित कुछ संपत्तियां बाद में उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को उपहार में दे दी थीं। इस मामले में मार्च 2022 में ईडी की ओर से एक आरोप पत्र भी दायर किया गया था।