नई दिल्ली, : श्रद्धा वालकर की हत्या के आरोपित आफताब अमीन पूनावाला ने पालीग्राफ टेस्ट में हत्या का राज उगलना शुरू कर दिया है। उसने स्वीकार किया है कि उसे श्रद्धा के अन्य लड़कों से संबंध होने का शक था। श्रद्धा को भी पता चल गया था कि उसके कई लड़कियों से संबंध हैं। इसे लेकर उनमें झगड़ा हो रहा था। उसे लगा कि अब श्रद्धा उसके साथ नहीं रहेगी तो उसने हत्या कर साजिश रच डाली। विशेष आयुक्त (कानून-व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा ने मंगलवार को मीडिया को दिए बयान में इस बात की जानकारी दी है।
एक दूसरे पर शक के चलते मुंबई में दोनों के बीच हुआ झगड़ा
उन्होंने बताया कि पालीग्राफ टेस्ट में आफताब ने माना है कि एक दूसरे पर शक के चलते मुंबई में दोनों के बीच झगड़े हो रहे थे। रिश्ते बेहद खराब होने पर अप्रैल के अंत में दोनों हिमाचल आ गए। यहां कुछ दिन रहने के बाद श्रद्धा ने अलग रहने का फैसला किया। इसके बाद चार मई को उसने भी श्रद्धा के फैसले पर अपनी सहमति दे दी। लेकिन, वह इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था। इसलिए उसने श्रद्धा की हत्या करने की ठान ली। इसके बाद साजिश के तहत उसने श्रद्धा की हत्या को अंजाम दिया।
मुंबई में पूछताछ के दौरान फ्रिज में रखे थे श्रद्धा के टुकड़े आफताब ने बताया है कि श्रद्धा के पिता द्वारा गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराने के बाद मुंबई पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए बुलाया था। उस दौरान फ्रिज में श्रद्धा के शव के कुछ टुकड़े रखे हुए थे। उसने श्रद्धा के कहीं चले जाने की बात कहते हुए सच्चाई को छिपा लिया था।
13 हड्डियों की हो रही है जांच
विशेष आयुक्त का कहना है कि महरौली के जंगल और छतरपुर के आसपास के इलाके से पुलिस टीम ने दर्जनों हड्डियां बरामद की थीं। प्राथमिक जांच के बाद इनमें से 13 हड्डियां श्रद्धा की मानी जा रही हैं। इनका डीएनए टेस्ट कराया जा रहा है।
बीएसएफ की सुरक्षा में आफताब का मेडिकल
सोमवार को हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं के हमले के बाद आफताब की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। विशेष आयुक्त (कानून और व्यवस्था) सागर प्रीत सिंह हुड्डा ने बताया कि गुरुवार को आफताब का नार्को टेस्ट किया जाएगा। यह टेस्ट पांच दिसंबर को होना था, लेकिन पुलिस ने जल्द जांच पूरी करने के लिए अदालत से एक दिसंबर को टेस्ट कराए जाने की साकेत कोर्ट से अनुमति ली है। सुरक्षा कारणों से अंबेडकर अस्पताल के स्थान पर मंगलवार को रोहिणी लैब में मेडिकल टेस्ट कराया गया है। रोहिणी लैब के बाहर व अंदर बीएसएफ के जवान भी तैनात थे। स्पेशल स्टाफ टीम भी पल-पल की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थी।