पटना

श्रम संसाधन विभाग त्वरित कारवाई कर मृतकों के आश्रितों एवं घायलों को शीघ्र पहुचायेगा सहायता: श्रम मंत्री


मामला 18 कामगारों की मृत्यु का

जाले (दरभंगा)(आससे)। श्रम संसाधन विभाग के मंत्री जिवेश कुमार ने बाराबंकी की घटना पर दुख प्रकट करते हुए कहा, विभाग त्वरित कारवाई कर मृतक के आश्रितों और घायलों को शीघ्र सहायता पहुँचायेगा। मंत्री ने कहा कि बिहार के श्रमिकों के लिए मंगलवार काल रात्रि बनकर आया, जिसमें 18 कामगार असामयिक मृत्यु के शिकार हो गये।

उत्तर प्रदेश राज्य  के बाराबंकी में मंगलवार देर रात बड़ा सड़क हादसा हुआ, रात्रि लगभग 12 बजे लखनऊ-अयोध्या नेशनल हाइवे-28 पर कल्याणी नदी पुल के पास सड़क किनारे खड़ी बस को तेज रफ्तार से आ रहे ट्रक ने भीषण टक्कर मार दी, जिसमें सड़क किनारे बैठे और बस में सो रहे 18 यात्रियों की मौत हो गई। जबकि 25 से ज्यादा लोग घायल हो गए।

हादसे का शिकार हुए सभी यात्री बिहार प्रदेश के श्रमिक/मजदूर थे, जो पंजाब से बिहार अपने घर रहे थे,कि बस रास्ते में अचानक खराब हो गई थी। सभी मजदूर बस ठीक होने का इंतजार कर रहे थे, कुछ यात्री बस से उतरकर सड़क पर खड़े थे, तभी तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी, घायलों को बाराबंकी जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर व मेडिकल कॉलेज सहित कई अन्य अस्प्तालो में भर्ती करवाया गया है।

मंत्री श्री कुमार ने बताया कि बाराबंकी रोड दुर्घटना के शिकार बिहार के श्रमिकों के परिवारजनों के साथ इस दुःख की घडी में हम साथ हैं। जैसा की आप सभी जानते हैं कि प्रधानमन्त्री की ओर से मृतकों के आश्रितों को 2 लाख का मुआवजा दिया जाना है, साथ ही बिहार के आदरणीय मुखिया नीतीश कुमार ने कहा है कि हादसे में मृत लोगों के परिजनों के प्रति हमारी गहरी संवेदना है। साथ ही दुख की इस घड़ी में मृतक के शोक संतप्त परिजनों को धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ।

मुख्यमंत्री के द्वारा 2 लाख मृतक के परिजनों को मुआवजा दिए जाने की घोषणा भी की गयी है।व्यक्तिगत स्तर पर मेरे द्वारा विभाग के पदाधिकारियों के साथ निरंतर बाराबंकी की घटना पर अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की जा रही है, मृतकों के शव को लाये जाने की करवाई की गई है और घायलों को स्थानीय अस्पताल में उचित इलाज हेतु उत्तर प्रदेश सरकार से वार्ता किया गया है। मैंने व्यक्तिगत तौर पर सम्बंधित जिले के श्रम संसाधन विभाग के पदाधिकारियों से अनुरोध किया है कि दुर्घटना में मृत श्रमिकों के परिजनों के सम्पर्क में रहें एवं उन्हें नियमानुसार हर प्रकार की सहायता उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।

जानकारी के अनुसार मृतकों की सूची निम्नवत है- सुरेश यादव (35) पुत्र बिलट यादव भोपा थाना घैलाद जिला मधेपुर,इंदल महतो (25) पुत्र फकीरा महतो, खोपा, थाना रूनीसैदपुर, जिला सीतामढ़ी,सिकन्दर मुखिया (40) पुत्र लरामन मुखिया, जलसीमा, थाना राजासोनवरसा, जिला सहरसा,मोनू सहनी (30) पुत्र रूदल सहनी, खोपा बेलाही नीलकण्ठ, थाना रूनीसैदपुर, जिला सीतामढ़ी,जगदीश साहनी (40) पुत्र लक्ष्मी साहनी, खोपा बेलाही नीलकण्ठ, जिला सीतामढ़ी,जय बहादुर सहनी (40) पुत्र खक्खन सहनी, गुलहरिया थाना बेलसनड, जिला सीतामढ़ी,बैजनाथराम (55) पुत्र मंगलराम, चांदपीपर थाना किशनपुर, जिला सुपौल,बलराम मंडल (55) पुत्र स्व. छितारू मंडल, चांदपीपर थाना किशनपुर, जिला सुपौल,संतोष सिंह (30) पुत्र रतीचंद्र, महेशकुट थाना कुर्साकाटा, जिला अररिया,बाबूलाल उर्फ बउवा (24) पुत्र हरिकेशन मण्डल, ढोललबज्जा, थाना फारविसगंज, जिला अररिया,नरेश सहनी (37) पुत्र सीताराम, कोठिया बेलाही, थाना रूनीसैदपुर, जिला सीतामढ़ी,अखिलेश मुखिया (30) पुत्र सुकल मुखिया, जलसीमा, थाना राजसोनवरसा, जिला सहरसा,गगनदेव(35) पुत्र झगरूराम, भारसंड, थाना किन्हौली, जिला सीतामढ़ी,शनीचर (50) पुत्र शकुन पासवान, भारसंड, थाना कन्हौली, जिला सीतामढ़ी,मस्तराम मंडल (60) पुत्र चूमन, भारसंड, थाना किन्हौली, जिला सीतामढ़ी,राजदेव महतो (60) पुत्र सुबेदार महतो, खाफ, थाना- किन्हौली, जिला सीतामढ़ी। मंत्री ने बताया कि अभी दो मृतकों की शिनाख्त की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि बिहार राज्य प्रवासी मजदूर दुर्घटना अनुदान योजना, 2008 के अन्तर्गत दुर्घटना में मृत प्रवासी श्रमिक के वैध आश्रित को 01 लाख रूपये अनुदान स्वरूप दिये जाने का प्रावधान है। इसके अतिरिक्त पूर्ण स्थायी अपंग प्रवासी श्रमिक को 75,000/- रूपये एवं स्थायी आंशिक अपंग प्रवासी श्रमिक को 37,500/- रूपये की राशि अनुदानस्वरूप दिये जाने का प्रावधान है।

विभागीय पदाधिकारियों को निदेश दिया गया है कि उपरोक्त दुर्घटना में मृत प्रवासी श्रमिकों के वैध आश्रित एवं दुर्घटना के फलस्वरूप घायल आश्रित को भी नियमानुसार अनुदान उपलब्ध कराया जाय। विभाग सभी स्तर पर असंगठित क्षेत्र में कार्यरत कामगारों के हितों कि रक्षा और आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए निरंतर क्रियाशील है।