- कोरोना वायरस की दूसरी लहर में विदेशों से भारत को मदद का सिलसिला जारी है. अब यूरोपीय संघ के कई सदस्यों ने चिकित्सकीय उपकरणों, दवाई की किल्लत से जूझ रहे भारत का साथ देने के लिए आए हैं. उन्होंने संकट को दूर करते हुए कोरोना मरीजों के लिए भारी मदद की पेशकश की है. उनका कहना है कि चिकित्सकीय उपकरणों समेत रेमडेसिविर, ऑक्सीजन जेनरेटर्स और वेंटिलेटर भेजे जा रहे हैं.
अब यूरोपीय संघ का भारत के लिए बड़ा आश्वासन
सदस्य देश भारत को सामानों की आपूर्ति यूरोपीय संघ नागरिक सुरक्षा तंत्र के तहत कर रहे हैं जिसे मदद भेजने के लिए सक्रिय किया गया था. यूरोपीय आयोग की प्रमुख उरसुला वोन डेन लेयन ने ट्वीट किया, “यूरोपी संघ भारत के साथ खड़ा है. अत्यंत आवश्यक ऑक्सीजन, दवाई और उपकरण की पहली खेप यूरोपीय नागरिक सुरक्षा तंत्र के हत आनेवाले दिनों में भेज दी जाएगी.”
ब्रुसेल्स में भारत के दूत संतोष झा ने एक ट्वीट में यूरोपीय संघ के नेताओं और सदस्य देशों का मदद के लिए ये कहते हुए शुक्रिया अदा किया है, “सहयोग और एकजुटता भारत-यूरोपीय संघ की रणनीतिक साझेदारी का कसौटी रहा है.”
सदस्य देश भेजेंगे चिकित्सकीय उपकरण और दवाई
तंत्र के तहत, आयरलैंड 700 सिलेंडर कंसंट्रेटर्स, 1 ऑक्सीजन जेनेरेटर, 365 वेंटिलेटर भेजेगा. बेल्जियम एंटी वायरल दवा रेमडेसिविर का 9 हजार डोज, रोमानिया 80 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स और 75 ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति करेगा. लक्जमबर्ग 58 वेंटिलेटर, पुर्तगाल रेमडेसिविर की 5,503 शीशी और प्रति सप्ताह 20,000 ऑक्सीजन रवाना करेगा और स्वीडन के 120 वेंटिलेटर भेजने की उम्मीद है. यूरोपीय संघ के संकट प्रबंधन कमिश्नर ने कहा, “यूरोपीय संघ भारतीय लोगों के साथ पूरी एकजुटता से खड़ा है और इस चुनौतीपूर्ण समय में अधिक से अधिक उनका समर्थन करने को तैयार है.