मेरठ। लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद भाजपा के सरधना से पूर्व विधायक संगीत सोम और पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। पूर्व विधायक के आवास पर मंगलवार को आयोजित प्रेसवार्ता में उनके ही लेटरपैड पर डा. बालियान पर गंभीर आरोप लगाकर पर्चे बांटे गए थे। यह पर्चे किसने बांटे है, इसकी जांच को पूर्व विधायक के निजी सचिव चंद्रशेखर ने लालकुर्ती थाने में तहरीर दी।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो संगीत द्वारा की गई प्रेसवार्ता का एक वीडियो पुलिस को मिला। वीडियो में मीडिया के सामने पूर्व विधायक को उनके निजी सचिव ही एक पर्चे देते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो को आधार बनाकर लालकुर्ती थाना प्रभारी इंदू वर्मा ने निजी सचिव से थाने बुलाकर पूछताछ की है। निजी सचिव ने सफाई देते हुए बताया कि पूर्व विधायक ने उनसे गाड़ी से एक जरूरी कागज मंगाया था, वो उन्होंने ले जाकर दे दिया।
आरोप लगाकर पर्चे किसी बाहरी ने बांटे थे। फिलहाल पुलिस ने चंद्रशेखर को पूछताछ के बाद छोड़ दिया है। हालांकि इस वीडियो की विस्तार से जांच की जा रही है। बता दें कि डा. संजीव बालियान पर आरोप लगाकर बांटे गए पर्चे में हरियाणा के गुरुग्राम निवासी संजीव सहरावत उर्फ संजीव खरडू द्वारा बालियान को आस्ट्रेलिया में जमीन दिलाने के आरोप लगाए गए थे। विरोध जताते हुए संजीव खरडू के अधिवक्ता की ओर से संगीत सोम को 10 करोड़ रुपये की मानहानि का नोटिस दिया जा चुका है।
मुकदमा दर्ज कराने को थाना प्रभारी से हुई तकरार
निजी सचिव चंद्रशेखर की तरफ से पर्चे वितरण के मामले में दी गई तहरीर पर पूर्व विधायक ने थाना प्रभारी इंदू वर्मा से फोन पर बात की। बकौल थाना प्रभारी, पूर्व विधायक मुकदमा दर्ज करने का दबाव बना रहे थे। उन्हें बताया गया कि धोखाधड़ी का मुकदमा बिना जांच के दर्ज नहीं होता है।
उसके बाद भी पूर्व विधायक दबाव बनाने लगे। तब उन्हें बताया गया कि जेड सुरक्षा के बीच आपकी कोठी के अंदर अनजान व्यक्ति कैसे घुसा। वहां की सीसीटीवी फुटेज मुहैया कराए। अन्यथा नामजद तहरीर दें। तब मुकदमा दर्ज होगा। उसके बाद फोन काट दिया गया।
पुलिस इन बिंदुओं पर कर रही है जांच-पड़ताल
पूर्व विधायक को जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली है। एनएसजी कमांडो समेत 22 सुरक्षाकर्मी रहते हैं। इतनी सिक्योरिटी के बीच उनके घर पर उनके सामने ही प्रेसवार्ता में कोई बाहरी कैसे पर्चे बांट सकता है? लेटर पेड भी पूर्व विधायक का ही प्रयोग हुआ है।
वीडियो में जो पर्चा चंद्रशेखर दे रहे हैं, पुलिस उसे ही दो पेज का पर्चा मान रही है। उक्त पर्चे और बांटे गए पर्चे का मिलान विशेषज्ञ से कराया जा रहा है। साथ ही प्रेसवार्ता की अन्य फुटेज भी मांगी जा रही है। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि सभी तथ्यों की जांच पड़ताल जारी है। वीडियो से भी कुछ नए बिंदु मिले है।
संजीव सहरावत ने वीडियो जारी कर लगाए आरोप
पूर्व विधायक के आवास पर वितरित पर्चे में जिस संजीव सहरावत पर आरोप लगा गए हैं, उन्होंने भी गुरुवार को वीडियो जारी कर पूर्व विधायक भी खूब आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सात दिनों में माफी न मांगने पर कानूनी कार्रवाई करेंगे। उन्होंने लगाए गए सभी आरोपों को फर्जी बताया है।
साथ ही पूर्व विधायक पर हिमाचल में अवैध शराब का कारोबार करने से संबंधित तमाम गंभीर आरोप भी लगाए हैं। संजीव सहरावत ने फोन पर हुई बातचीत में बताया कि पूर्व विधायक ने ही फर्जी आरोप लगाकर पर्चे वितरित कराए हैं। सात दिन में माफी न मांगने पर कानूनी कार्रवाई की तैयारी है।