- नई दिल्ली, । संसद में सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के संसदीय दल की बैठक आयोजित की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में स्वतंत्रता दिवस की 75वीं सालगिरह को हर गांव में मनाने का जिम्मा सांसदों को दिया। इसके अलावा संसद में विपक्षी दलों के रवैये का मुद्दा उठाया और सांसदों से कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष नहीं । प्रधानमंत्री ने ग्रामीणों के डिजिटल शिक्षा पर भी जोर दिया। उन्होंने सांसदों से कहा कि सरकार की ओर से शुरू की गई योजनाओं का लाभ उठाने के लिए हर ग्रामीण को डिजिटल शिक्षा से अवगत कराएं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा, केंद्रीय संसदीय मंत्री प्रह्लाद जोशी समेत कई अन्य केंद्रीय मंत्री बैठक में मौजूद थे। पिछले सप्ताह की तरह ही आज भी संसदीय दल की बैठक में संसद के मानसून सत्र के दौरान विपक्ष के हंगामे को लेकर चर्चा की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने के अवसर पर पार्टी सांसदों से उनके विधानसभा क्षेत्रों में आने वाले हर गांव में कार्यक्रम आयोजित करने को कहा है। यह जानकारी संसदीय कार्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने दी। सूत्रों के अनुसार बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है लेकिन विपक्षी पार्टिंयां नहीं।
संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि स्वतंत्रता की 75वीं सालगिरह केवल सरकार के लिए अहम नहीं होना चाहिए बल्कि ये जनता की भागीदारी के साथ उनका कार्यक्रम होना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने ग्रामीणों के लिए डिजिटल शिक्षा पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि डिजिटल शिक्षा होने पर ही सभी ग्रामीण सरकार की योजनाओं से अवगत हो सकेंगे और इसका लाभ उन्हें मिलेगा।
बता दें कि 19 जुलाई से शुरू संसद के मानसून सत्र की शुरुआत ही विपक्ष के हंगामे के साथ हुई जिसके कारण अब तक दोनों सदनों का कामकाज न के बराबर हुआ है। हर घंटे स्थगित होने वाली सदनों की कार्यवाही को लेकर आज प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली बैठक के दौरान ये मुद्दे उठाए जाने की पूरी संभावना है।
बैठक के लिए जारी नोटिस में बताया गया, ‘भाजपा संसदीय दल की बैठक मंगलवार सुबह 9.30 बजे पार्लियामेंट लाइब्रेरी बिल्डिंग के जीएमसी बालयोगी ऑडिटोरियम में होगी।’ दोनों सदनों के सभी भाजपा सदस्यों को बैठक में शामिल होने को कहा गया है। इससे पहले भाजपा की संसदीय दल की बैठक 20 जुलाई को हुई थी। इस बैठक में प्रधानमंत्री ने संसद में विपक्षी दलों द्वारा हंगामा करने और कार्यवाही में बाधा पहुंचाने पर चिंता जताई थी। उन्होंने संसद में विपक्षी दलों के रवैये को लेकर कहा था कि जब देश महामारी की संकट का सामना कर रहा है ऐसे में विपक्षी दलों का रवैया काफी गैर जिम्मेदाराना है।