नई दिल्ली, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु (Droupadi Murmu) ने गुरुवार को जलवायु परिवर्तन और सतत विकास पर जोर दिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने इन्हें महत्वपूर्ण मुद्दा बताया और कहा कि इसके लिए सभी देशों को एकजुट हो काम करना होगा। 62वें नेशनल डिफेंस कालेज के कोर्स मेंबर्स और फैकल्टी को राष्ट्रपति भवन में बुलाया गया।
राष्ट्रपति मुर्मु ने बताया कि हमें न केवल पारंपरिक खतरों का सामना करना चाहिए बल्कि प्राकृतिक आपदाओं व त्रासदी के लिए भी तैयार रहना चाहिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि हम गतिशील दुनिया में है जहां एक छोटा सा बदलाव भी व्यापक असर करता है। यह जानकारी राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी बयान में दिया गया।उन्होंने कोरोना महामारी का जिक्र किया और कहा, ‘इसका बचाव व सुरक्षा से जुड़ा अर्थ भी कभी हो सकता है। कोरोना महामारी की लहर इसका एक उदाहरण है जिसका आज भी लोग सामना कर रहे हैं। इस दौरान हमें यह अहसास हुआ कि मानवजाति पर कितना अधिक खतरा है। मुर्मु ने कहा, ‘हर खतरे के आने पर हम इससे लड़ने और सामना करने के तरीकों के बारे में सोचते हैं।’