- साउथैंप्टन, । भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की घरेलू टी20 टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग में दुनियाभर के खिलाड़ी खेलने आते हैं। इस साल कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद भी टूर्नामेंट का आयोजन किया गया। मुश्किल हालात में बोर्ड ने आइपीएल को कराने की चुनौती स्वीकार की लेकिन बायो बबल में खिलाड़ियों के संक्रमित होने की वजह से इसे स्थगित करना पड़ा। न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन जिनको फ्रेंचाइजी टीम सनराइजर्स हैदराबाद की कप्तानी दी गई उन्होंने चौंकाने वाला बयान दिया है।
9 अप्रैल से शुरू हुए आइपीएल के 14वें सीजन को 29 मैच खेले जाने के बाद अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने का फैसला लिया गया। टीम के बबल के अंदर खिलाड़ियों को एक के बाद एक संक्रमित होने की खबर सामने आ रही थी। कोलकाता नाइटराइडर्स के दो खिलाड़ी वरुण चक्रवर्ती और संदीप वॉरियर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई जिसके बाद कई और खिलाड़ी भी संक्रमित हुए।
न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमस का मानना है कि आइपीएल के बायो-बबल का स्पष्ट तौर पर उल्लंघन हुआ था। भारत में कोविड-19 के संकट को देखते हुए इस टी-20 लीग को स्थगित करना सही फैसला था। उनका यह बयान चौंकाने वाला है क्योंकि इससे पहले किसी ने भी इतने कड़े तरीके से अपनी राय नहीं दी थी। चेन्नई सुपर किंग्स के बल्लेबाजी कोच ने कहा था कि चूक तो हुई थी लेकिन इसकी संभावना बनी हुई ही थी। यात्रा के दौरान बबल से निकलना पड़ता था जहां खिलाड़ी संक्रमित हो सकते थे।
विलियमसन ने कहा, ‘भारत में चीजें वास्तव में तेजी से बढ़ीं और दुनिया के उस हिस्से में इस तरह की चुनौतियां देखना दिल दहला देने वाली थीं। हमारी बायो-बबल में बहुत अच्छी देखभाल की जा रही थी। टूर्नामेंट के पहले चरण में चीजें यथावत थीं, लेकिन बाद में स्पष्ट तौर पर इसका उल्लंघन हुआ। टूर्नामेंट को जारी नहीं रखा जा सकता था और सही निर्णय किया गया। मेरा मानना है कि आइपीएल में इस तरह से चीजें सामने आई।’