जौनपुर

समयसे पुलिस पहुंचती तो बच सकती थी युवककी जान


  • आरपीएफ व जीआरपी पुलिसकी उजागर हुई घोर लापरवाही
    जंघई। अपने परिवार की रोजी-रोटी चलाने के लिए मुंबई कमाकर अपने घर जा रहा था कि शनिवार को दिन में करीब साढ़े पौने 11 बजे बंबई से लौट रहे जंघई के आउटर सिग्नल के पास गिर गया और उसकी घटना-स्थल पर चार घंटे कराहने के बाद मौत हो गई। मोहम्मद जावेद पुत्र मोहम्मद अहमद अली निवासी शाहपुर थाना भुड़कुड़ा जनपद गाजीपुर का रहने वाला युवक 15017 एक्सप्रेस ट्रेन से अपने घर जा रहा था कि शनिवार सुबह साढ़े दस बजे के करीब वह जंघई आउटर सिग्नल के पहले गिर पड़ा।
    वह करीब चार घंटे तक कराहता रहा लेकिन नजदीक रेलवे स्टेशन होने के बावजूद और समय से ग्रामीणों के द्वारा सूचना देने के बावजूद आरपीएफ व जीआरपी जंघई की पुलिस घटनास्थल पर नहीं पहुंची। अगर रेलवे की पुलिस समय से मौके वारदात पर पहुंच गई होती तो संभव है युवक को बचाया जा सकता था लेकिन काफी जद्दोजहद के बाद करीब चार घंटे के बाद मीरगंज पुलिस घटनास्थल पर पहुंच कर मृतक युवक को ले जाने की मात्र औपचारिकता करके इतिश्री कर लिया। आसपास में जन चर्चा रही कि समय से पुलिस पहुंच कर प्राथमिक उपचार हेतु स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा दिया होता तो संभव है मृतक युवक को बचाया जा सकता था। इस पूरे घटनाक्रम में रेल विभाग के आरपीएफ व जीआरपी पुलिस की घोर लापरवाही ही उजागर हो रही है कि समय से इलाज न हो पाने से युवक की मौत हो गई। गिरने पर शरीर व सिर में लगे चोट के चलते उसके शरीर से बहुत सारा खून निकल गया और ट्रेन से गिरने के पश्चात चार घंटे तक कराहता रहा जिससे मृतक युवक का बहुत सारा खून निकल गया जिससे उसकी मौत हो गई। अगर आरपीएफ व जीआरपी रेलवे पुलिस समय से प्राथमिक उपचार करा देती तो संभव है कि मृतक युवक को असमय ही मरने से बचाया जा सकता था। फिलहाल आरपीएफ व जीआरपी पुलिस केवल वेंडरों से वसूली अभियान में ही जुटी रहती है।