पटना

समस्तीपुर में गंगा व मोतिहारी में गंडक खतरे के निशान से ऊपर


मुजफ्फरपुर (एजेंसी)। उत्तर बिहार के जिलों में बीते दो दिनों से हो रही बारिश से जहां नदियों में उफान देखा जा रहा है वहीं मोहल्लों में जलजमाव हो गया है। सोमवार को बागमती, गंगा, बूढ़ी गंडक समेत सभी नदियों के जलस्तर में तेजी की स्थिति रही। समस्तीपुर जिले के मोहनपुर में गंगा खतरे के निशान 45.50 मीटर को पार कर चुकी है। गंडक बराज वाल्मीकिनगर ने सोमवार को 1,60,300 क्यूसेक पानी छोड़ा है।

समस्तीपुर जिले में जहां बूढ़ी गंडक व बागमती के जलस्तर में कमी आ रही है वहीं गंगा के जलस्तर में वृद्धि होने लगी है। मोहनपुर में गंगा खतरे के निशान 45.50 मीटर को पार कर चुकी है। हालांकि अभी किसी तरह के खतरे की आशंका नहीं है। मोहनपुर में लगभग सभी जगह बांध और बंडाल सुरक्षित हैं। इधर, रविवार देर रात से सुबह तक हुई बारिश से सरायरंजन, ताजपुर और मोरवा, कल्याणपुर प्रखंड में कई जगहों पर जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गयी। खेत-खलिहान से लेकर लोगों के घर तक जलजमाव हो गया। सडक़ों पर जलजमाव से आवागमन की समस्या उत्पन्न हो गयी है।

गंडक नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। डुमरिया घाट में गंडक नदी का जलस्तर लाल निशान से 71 सेमी ऊपर पहुंच स्थिर बना हुआ है। गंडक का चटिया में जलस्तर में वृद्धि जारी है। लाल बेगिया सिकरहना का जलस्तर स्थिर बना है। अहिरौलिया में बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में गिरावट जारी है। गंडक बराज वाल्मीकि नगर ने सोमवार को नदी में 1,60,300 क्यूसेक पानी छोड़ा है।

केंद्रीय जल आयोग के अनुसार बेनीबाद (गायघाट) में बागमती नदी का जलस्तर पिछले 24 घंटों में 06 सेमी घटकर खतरे के निशान से 48 सेमी ऊपर 49.16 मीटर पर है। हायाघाट में यह दो दिनों से खतरे के निशान से मात्र 02 सेमी ऊपर 45.74 मी.पर स्थिर है। उधर अधवारा नदी भी सोनवर्षा (सीतामढ़ी) में दो दिनों से खतरे के निशान से 89 सेमी नीचे 79.56 मी. पर स्थिर है। कमतौल में यह 04 सेमी घटकर खतरे के निशान से 04 सेमी नीचे 49.96 मी.पर बह रही है, जबकि एकमीघाट में यह 01 सेमी घटकर खतरे के निशान से 34 सेमी ऊपर 47.28 मी.पर स्थिर है।

कमला बलान नदी मधुबनी के जयनगर में पिछले 24 घंटों में 10 सेमी घटकर खतरे के निशान से 21 सेमी नीचे 67.54 मीटर पर स्थिर है। झंझारपुर में यह 14 सेमी घटकर खतरे के निशान से 20 सेमी नीचे 49.80 मीटर पर स्थिर है। नदियों पर दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश का असर देखा जा रहा है। उधर, जिले के कुशेश्वरस्थान में बाढ़ की समस्या अब भी बरकरार है। हालांकि पिछले पांच दिनों में बाढ़ का पानी करीब डेढ़ फीट तक घटा है, लेकिन कई ग्रामीण सडक़ों के अब भी पानी में डूबे रहने से आवागमन बाधित है।