आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस की प्रतिबद्धता दोहरायी
कैबिनेटका प्रस्ताव पारित, मृतकों को मौन रखकर दी गयी श्रद्धांजलि
नयी दिल्ली (आससे)। भारत सरकार ने लाल किला कार विस्फोट की घटना को आतंकी हमला माना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में एक प्रस्ताव पारित करके सरकार ने किसी भी तरह के आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की प्रतिबद्धता को दोहराया है। साथ ही सरकार ने घटना की जांच तेजी से करके घटना के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने का निर्देश दिया है।केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक से इतर प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक हुई। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल मौजूद रहे। कैबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री ने विस्फोट के दोषी आतंकियों का सिंडिकेट खत्म करने का प्रण लिया। बैठक में 2 मिनट का मौन रखा गया और मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। बैठक के बाद केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 10 नवंबर 2025 की शाम को दिल्ली में लाल किले के पास कार विस्फोट से जुड़ी आतंकवादी घटना में हुई जानमाल की हानि पर गहरा दुख व्यक्त किया। मंत्रिमंडल ने मारे गए निर्दोष लोगों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा। मंत्रिमंडल ने निम्नलिखित प्रस्ताव भी पारित किया। प्रस्ताव में कहा गया है कि देश ने 10 नवंबर 2025 की शाम को लाल किले के पास एक कार विस्फोट के माध्यम से राष्ट्र-विरोधी ताकतों द्वारा अंजाम दी गई एक जघन्य आतंकवादी घटना देखी है। विस्फोट के परिणामस्वरूप कई लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। मंत्रिमंडल इस मूर्खतापूर्ण हिंसा के पीड़ितों के प्रति अपनी गहरी श्रद्धांजलि अर्पित करता है तथा शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता है। प्रस्ताव में आगे कहा गया है कि मंत्रिमंडल सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता है तथा चिकित्सा कर्मियों और आपातकालीन प्रत्युत्तरदाताओं के त्वरित प्रयासों की सराहना करता है, जो पीड़ितों को देखभाल और सहायता प्रदान कर रहे हैं।मंत्रिमंडल इस नृशंस और कायराना कृत्य की स्पष्ट रूप से निंदा करता है, जिसके कारण निर्दोष लोगों की जान गई।मंत्रिमंडल ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति के प्रति भारत की अटूट प्रतिबद्धता दोहराई। मंत्रिमंडल ने विश्व भर की अनेक सरकारों की एकजुटता और समर्थन के वक्तव्यों के लिए भी अपनी सराहना व्यक्त की। प्रस्ताव में कहा गया है कि मंत्रिमंडल अधिकारियों, सुरक्षा एजेंसियों और नागरिकों की समय पर और समन्वित प्रतिक्रिया की सराहना करता है, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में साहस और करुणा के साथ काम किया। उनका समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा अत्यंत सराहनीय है। मंत्रिमंडल निर्देश देता है कि घटना की जाँच अत्यंत तत्परता और पेशेवर तरीके से की जाए ताकि अपराधियों, उनके सहयोगियों और उनके प्रायोजकों की पहचान की जा सके और उन्हें बिना किसी देरी के न्याय के कटघरे में लाया जा सके। सरकार के उच्चतम स्तरों पर स्थिति पर कड़ी नज़र रखी जा रही है। प्रस्ताव में आगे कहा गया है कि मंत्रिमंडल सभी भारतीयों के जीवन और कल्याण की रक्षा करने के सरकार के दृढ़ संकल्प की पुष्टि करता है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा और प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा के प्रति उसकी स्थायी प्रतिबद्धता के अनुरूप है।
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