मुंबई। लोकसभा चुनाव के बाद भी इंडी गठबंधन में टिकट बंटवारे पर बात नहीं बन पाई है। महाराष्ट्र की बात करें तो अभी तक सभी सहयोगियों में खींचतान चल रही है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सेना (यूबीटी), कांग्रेस और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) महाराष्ट्र में विपक्षी गुट महा विकास अघाड़ी में भागीदार हैं और तीनों में अब तक बात नहीं बनी है।
संजय राउत बोले- सांगली नहीं छोड़ेंगे
इस बीच आज शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र की सांगली लोकसभा सीट (Lok Sabha Election 2024) से चुनाव लड़ने पर अडिग है और वो समझौता नहीं करने वाली है। उन्होंने इसी के साथ अपने सहयोगियों को चेताते हुए कहा कि किसी को भी ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए जिससे सीधे तौर पर भाजपा को मदद मिले।
इस तरह हुआ सीट बंटवारा
बुधवार को अपनी पार्टी द्वारा सांगली सीट और मुंबई से कुछ उम्मीदवारों सहित 17 उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा के बाद राउत कांग्रेस की नाराजगी के बारे में सवालों का जवाब दे रहे थे।
राउत ने कहा कि गठबंधन में हमेशा देना और लेना होता है और उन्होंने कांग्रेस को रामटेक और कोल्हापुर सीटें दी हैं। उन्होंने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) ने अमरावती भी कांग्रेस को दे दी है।
राउत ने कहा कि कांग्रेस ने रामटेक ले लिया इसलिए शिवसेना (यूबीटी) ने कहा कि वह मुंबई उत्तर से चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि गठबंधन में अलग-अलग पार्टियों को नहीं बल्कि उसे मजबूत करने और विस्तार करने की जरूरत है।
कांग्रेस ने जताई थी नाराजगी
बता दें कि शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट और महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने शिवसेना (यूबीटी) से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए कहा था और कहा था कि यह “गठबंधन धर्म” के अनुरूप नहीं है।