नई दिल्ली। दिल्ली के प्रदूषण से निपटने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 15 बिंदुओं वाला विंटर एक्शन प्लान की घोषित कर दिया है। कार्य योजना 28 विभागों की ओर से दी गई रिपोर्ट के आधार पर शीतकालीन प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए तैयार की गई है।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि पिछले कुछ सालों में दिल्लीवासियों की मेहनत से प्रदूषण के स्तर में काफी कमी आई है। प्रदूषण के खिलाफ इस जंग में दिल्ली इस बार फिर से तैयार है और दिल्ली सरकार का “विंटर एक्शन प्लान” भी तैयार है। पंजाब में उनकी पार्टी की सरकार बनने के बाद पराली जलाने के मामलों में 30 प्रतिशत की कमी आई है।
केजरीवाल साथ में यह भी दावा किया कि दिल्ली में उनकी सरकार बनने के बाद प्रदूषण में 30 प्रतिशत की कमी आई है। दिल्ली में इलेक्ट्रिक बसें आई हैं, आज कुल 7000 बसें हैं और इनमें 800 बसें इलेक्ट्रिक हैं। आज दिल्ली में कुल वाहनों में 17 प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहन खरीदे जा रहे हैं। हम प्रदूषण रोकने के मामले में सही दिशा में जा रहे हैं। आज दिल्ली ऐसा राज्य है जहां कोयला से चलने वाला एक भी थर्मल प्लांट नहीं है।
केजरीवाल ने बताया विंटर एक्शन प्लान
- खुले में कूड़ा जलाने पर रोक रहेगी, 611 टीमों का गठन किया गया है, जो इसकी निगरानी करेंगी।
- औद्योगिक प्रदूषण पर नजर रखने के लिए 66 टीमें बनाई गई हैं, जो यह देखेंगी कि इंडस्ट्रियल यूनिट में अनधिकृत ईंधन का उपयोग तो नहीं हो रहा है।
- डस्ट पॉल्यूशन कम करने के लिए कंस्ट्रक्शन साइट पर नजर रखने के लिए 591 टीमें बनाई गई हैं, 82 रोड स्वीपिंग मशीनें लगाई जा रही हैं।
- 530 वाटर स्प्रिंकलर मशीनें भी मंगाई गई हैं,वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए PUC सर्टिफिकेट की जांच होगी।
- 10 साल पुरानी डीजल वाहन और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों के लिए जो नियम बनाए गए हैं, उसका अनुपालन कराने के लिए 385 टीमों का गठन किया गया है।