पटना

सीएम न सुनी 121 फरियादियों की फरियाद


सर, नल-जल योजना की राशि मुखिया ने निकाल ली

(आज समाचार सेवा)

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को १२१ फरियादियों की फयिाद को सुना तथा ऑन स्पॉट कार्रवाई का निर्देश दिया। गोपालगंज से आये एक युवक ने कहा कि वर्ष २०१३ में उसने बिजली का कनेक्शन लिया था। वह बिजली बिल का नियमित भुगतान करता करता है। बावजूद उसे एक माह का बहुत अधिक बिल भेज दिया गया और संबंधित विभाग के जेइ द्वासरा तंग किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने तुरंत दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कॉरपारेशन के सीएमडी को दिया।

रोहतास से आयी एक वार्ड सदस्या ने मुख्यमंत्री को बताया कि नल-जल योजना की पूरी राशि मुखिया द्वारा निकासी कर ली गयी है। योजना का सही तरीके से काम भी नहीं कराया गया है। समस्तीपुर के एक सख्स ने बताया कि ३५-४० वर्ष पूर्व उनके गांव की सडक़ बनायी गयी थी उस सडक़ की हालत खराब हो गयी है। छपरा के एक फरियादी ने कहा कि परिवहन विभाग ने निजी फिटनेस केंद्र को बंद कर दिया गया है। कटिहार के एक युवक ने प्रधानमंत्री आवास योजपा को लाभ नहीं मिलने जबकि गोपालगंज के एक व्यक्ति ने सेवानिवृति के बाद भी सेवांत लाभ नहीं मिलने, बांका के एक व्यक्ति ने जनवितरण प्रणाली की दुकान से अच्छी गुणवत्ता वाले राशन की आपूर्ति नहीं करने, शिवहर की एक महिला ने शौचालय निर्माण कराने के दो वर्ष बाद भी प्रोत्साहन राशि नहीं मिलने, पूर्णिया के एक व्यक्ति ने गुलाबबाग के जलमिनार को चाले कराने, पूर्वी चंपारण के एक शिकायतकर्ता ने लाइसेंस प्राप्त आरा मिल को अनुचित तरीके से बंद करने तथा बलिनया से आये एक बजुर्ग ने कहा कि वे बिहार में सरकारी सेवा से सेवानिवृत हुए हैं। कुछ दिनों से मिलने वाली पेंशन की राशि में कटौती कर दी गयी है।

जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री तारकिशेार प्रसाद, ऊर्जा सह योजना एवं विकास मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, उद्योग मंत्री शहनवाज हुसैन, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह, पीएचइडी मंत्री रामपृत पासवान, पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी, लघु जल संसाधन मंत्री संतोष कुमार सुमन, गन्ना उद्योग मंत्री प्रमोद कुमार, ग्रामीण कार्य मंत्री  जयंत राज, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन नीरज कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, पुलिस महानिदेशक एसके सिंघल, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव एवं संचिव, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, ओएसडी गोपाल सिंह समेत कई मौजूद थे।