चंडीगढ़: मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र की ओर से दी गई सीआरपीएफ की जेड प्लस सुरक्षा लेने से मना कर दिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) को जानकारी दे दी है। पत्र में कहा गया है कि भगवंत मान पंजाब और दिल्ली के अलावा अगर कहीं जाते है तो उन्हें जेड प्लस सुरक्षा मुहैया करवा दी जाए। लेकिन दिल्ली, पंजाब में सुरक्षा नहीं चाहिए। ध्यान रहे कि बीते दिनों ही एमएचए ने मुख्यमंत्री को जेड प्लस सुरक्षा मुहैया करवाई थी।
जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री का सुरक्षा न लेने का एक कारण यह भी है कि अभी उनके पास पंजाब पुलिस की भारी सुरक्षा है। पिछले हफ्ते जब केंद्र सरकार ने भगवंत मान को जेड प्लस सुरक्षा देने का फैसला किया तो एचएचए ने डीजीपी और एडीजीपी मुख्यमंत्री सुरक्षा से कहा कि केंद्रीय फोर्स मुख्यमंत्री की सारी सुरक्षा लेगी लेकिन मुख्यमंत्री इसके लिए तैयार नहीं हुए।
पंजाब पुलिस का मनोबल गिरेगा इसलिए ऐसा नहीं चाहते
सीआरपीएफ पूरी सुरक्षा को टेकओवर करना चाहती थी। लेकिन मुख्यमंत्री ऐसा नहीं चाहते थे क्योंकि इससे पंजाब पुलिस का मनोबल गिरेगा। सीआरपीएफ मुख्यमंत्री मान की सुरक्षा में 10 एनएसजी कमांडो के साथ-साथ पंजाब पुलिस और सीआरपीएफ के 55 जवान तैनात होंगे। मुख्यमंत्री को यह जेड प्लस कवर उन्हें पंजाब के अलावा पूरे भारत में उनकी यात्राओं के दौरान उपलब्ध कराया जाना था।
खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर गृह मंत्रालय ने लिया फैसला
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल और उसके साथियों के खिलाफ शुरू की गई अलगाववादी मुहिम से उपजे हालात पर बीते दिनों केंद्रीय गृह मंत्रालय को खुफिया एजेंसियों ने रिपोर्ट सौंपी थी। इस रिपोर्ट में मान द्वारा खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ शुरू किए गए आपरेशन के चलते उन्हें अधिक खतरे में बताया गया। रिपोर्ट के आधार पर ही केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मान को जेड प्लस सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश जारी किया है। मान के पारिवारिक सदस्यों की सुरक्षा को भी बढ़ाया गया है।