कोलकाता, : बीसीसीआइ (BCCI) के अध्यक्ष पद से सौरव गांगुली (Saurav Ganguli) की छुट्टी होने के बाद तृणमूल कांग्रेस उनसे नजदीकियां बढ़ाने में जुट गई है। यूं तो बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) के साथ सौरव के पहले से ही काफी अच्छे संबंध हैं लेकिन राज्य में सत्ताधारी पार्टी इस मसले को राजनीतिक स्तर पर उछालकर खुद को सौरव की सबसे बड़ी हमदर्द साबित करने में जुट गई है।
ममता ने सौरव को बीसीसीआइ से हटाए जाने को ‘अन्यायपूर्ण बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उन्हें आइसीसी के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की अनुमति देने की अपील कर डाली।
सौरव को राज्यसभा भेजना चाहती है तृणमूल
तृणमूल सूत्रों से खबर है कि पार्टी सौरव को राज्यसभा भेजना चाहती है। पार्टी के एक नेता ने नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर बताया कि तृणमूल नेतृत्व अपने राज्यसभा सदस्य जवाहर सरकार के रवैये से खुश नहीं है। जवाहर ने हाल में पार्टी विरोधी कुछ बातें कही थीं।
पार्टी उनकी जगह सौरव को राज्यसभा में देखना चाहती है। कहा जा रहा है कि पार्टी की तरफ से इससे पहले भी कई बार सौरव से यह पेशकश की जा चुकी है। सौरव हमेशा यही कहते आए हैं कि राजनीति में कदम रखने का उनका कोई इरादा नहीं है।
तृणमूल को चाहिए सौरव का साथ
सियासी विश्लेषकों का कहना है कि तृणमूल इस समय भ्रष्टाचार के आरोपों से भी बुरी तरह से घिरी हुई है। उसे अपनी छवि सुधारने के लिए सौरव जैसी साफ-सुथरी छवि वाले व्यक्तित्व की बेहद जरुरत है, जो बंगाल के सबसे बड़े आइकन में से एक भी हैं। राज्य में सौरव के बड़ी तादाद में प्रशंसक हैं।
सौरव अगर पार्टी से जुड़ते हैं तो निश्चित रूप से उसे काफी फायदा होगा। वैसे सौरव फिलहाल बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। गौर करने वाली बात यह है कि 2015 में ममता के हस्तक्षेप से ही सौरव बिना चुनाव लड़े कैब के अध्यक्ष बने थे।