- नई दिल्ली। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जो लोग बिल्कुल ही मना कर देंगे कि हमें वैक्सीन नहीं लगवानी है, तो बूथ लेवल ऑफिसर उनको मनाने की कोशिश करेंगे कि वैक्सीन लगवा लीजिए। कोरोना के खिलाफ यही एक प्रभावी उपाय है।
घर-घर केवल बीएलओ ही नहीं जाएंगे, बल्कि इसके लिए दो-दो, तीन-तीन लोगों की टीम बनाई जा रही है। साथ ही हर बूथ लेवल ऑफिसर के साथ सिविल डिफेंस वालंटियर को भी लगाया जा रहा है। हर एक व्यक्ति के घर पर दो-दो, तीन-तीन लोगों की टीम जाएगी और उनको स्लॉट देकर आएगी। आज बूथ लेवल ऑफिसर की ट्रेनिंग हो रही है। कल यह लोग अपने-अपने बूथ के अंतर्गत घर-घर में जाएंगे और परसों के स्लॉट देकर आएंगे।
दो दिन घूमकर बीएलओ अपना बूथ पूरा कर लेंगे और अगले दो दिन के अंदर उनको वैक्सीन लगेगी। फिर हम यह देखेंगे कि जिन-जिन को हमने स्लॉट्स दिया था, वे सब लोग वैक्सीन लगवाने के लिए आए या नहीं आए। जो लोग नहीं आए, उनके घर में दोबारा जाएंगे और उनको कहेंगे कि प्लीज आइए, वैक्सीन लगवाइए। अगले दो दिन में उनके घर को पूरा किया जाएगा।
इस तरह, 70 वार्ड में पांच दिन की यह साइकिल (चक्र) चलेगी और फिर अगले हफ्ते फिर अगले 70 बोर्ड के अंदर यह अभियान चलेगा। इस तरह से यह पूरी दिल्ली को एक साथ कवर करने का पूरा प्लान बनाया गया है। चार हफ्ते के बाद हम अधिकारिक तौर पर कह पाएंगे कि दिल्ली में 45 साल की उम्र के ऊपर के जो-जो लोग वैक्सीन लगवाना चाहते थे, हमने उनके घर जाकर उनको वैक्सीन लगा दिए।
एक तरह से चार हफ्तें में हम यह कह पाएंगे कि पूरी दिल्ली में 45 साल की उम्र के उपर के लोगों को पहली डोज लग चुकी है। इसके तीन महीने बाद केंद्र सरकार के विशेषज्ञ की गाइडलाइन के अनुसार दूसरी डोज लगाई जाएगी। दो-तीन महीने बाद दूसरी डोज के लिए भी इसी तरह का अभियान पोलिंग सेंटर पर चलाएंगे।