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स्वच्छता और विकास के नए मॉडल बन रहे हैं मप्र के शहर: पीएम मोदी


नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के लाभार्थियों से बात की। इस मौके पर प्रदेश के सीएम शिवराज चौहान भी मौजूद थे।

अन्न योजना के लाभार्थियों से बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ” प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत मध्य प्रदेश में आज करीब 5 करोड़ लाभार्थियों को अन्न वितरण करने का अभियान चल रहा है। जब कोरोना शुरू हुआ तब से देश के 80 करोड़ से ज़्यादा गरीबों के घरों में मुफ्त राशन पहुंचाया जा रहा है। भारत ने कोरोना के संकट से निपटने की अपनी रणनीति में गरीबों को पहली प्राथमिकता दी। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना हो या प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार योजना, हमने पहले दिन से ही गरीबों के भोजन और रोजगार के बारे में सोचा।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”इस अवधि में 80 करोड़ से अधिक नागरिकों को मुफ्त राशन प्रदान किया गया है। सिर्फ गेहूं, चावल या दाल ही नहीं बल्कि 8 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को लॉकडाउन के दौरान मुफ्त गैस सिलेंडर भी दिए गए। 20 करोड़ से अधिक महिलाओं को उनके जन धन बैंक खातों में सीधे लगभग 30,000 करोड़ रुपये मिले।”

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उन्होंने कहा, ”ये दुखद है कि मध्य प्रदेश में अनेक जिलों में बारिश और बाढ़ की परिस्थितियां बनी हुई हैं। अनेक साथियों के जीवन और आजीविका दोनों प्रभावित हुई है। मुश्किल की इस घड़ी में भारत सरकार और पूरा देश, मध्य प्रदेश के साथ खड़ा है। सीएम शिवराज और उनकी पूरी टीम मौके पर जाकर राहत व बचाव कार्य कर रही है। एनडीआरएफ हो, केंद्रीय बल हो या वायु सेना, इस स्थिति में मदद के लिए राज्य सरकार को सभी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।”

प्रधानमंत्री ने कहा, ”कल ही भारत ने 50 करोड़ वैक्सीन डोज़ लगाने के बहुत अहम पड़ाव को पार किया है। दुनिया में ऐसे अनेक देश हैं, जिनकी कुल जनसंख्या से भी अधिक टीके भारत एक सप्ताह में लगा रहा है। ये नए भारत का, आत्मनिर्भर होते भारत का नया सामर्थ्य है।”

पीएम ने कहा कि आज अगर सरकार की योजनाएं ज़मीन पर तेज़ी से पहुंच रही हैं, इसके पीछे सरकार के कामकाज में आया परिवर्तन है। पहले की सरकारी व्यवस्था में एक विकृति थी। वो गरीब के बारे में सवाल भी खुद पूछते थे और जवाब भी खुद ही देते थे। जिस तक लाभ पहुंचाना है, उसके बारे में पहले सोचा ही नहीं जाता था। उन्होंने कहा, ”मुझे याद है मप्र में सड़कों का क्या हाल हुआ करता था, बड़े घोटालों के बारे में हम यहां से सुनते थे। आज मप्र के शहर स्वच्छता और विकास के नए मॉडल बन रहे हैं।”