Latest News अन्तर्राष्ट्रीय

हथियार नहीं डालेंगे पंजशीर के शेर,


  • पंजशीर, । अफगानिस्‍तान में तालिबान भले ही सत्‍ता पर काबिज हो रहा है, लेकिन पंजशीर उसके आंख की किरकिरी बना हुआ है। पंजशीर में अभी तालिबान आतंकी कदम नहीं रख पाए हैं। अफगानिस्तान के कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने कहा है कि वह अफगान नागरिकों के अधिकारों के लिए लड़ते रहेंगे। हाल ही में पंजशीर घाटी के नॉर्दर्न अलांस ने दावा किया है कि उसने हमला करने आए तालिबान के करीब 350 लड़ाकों को मार गिराया है।

अमरुल्ला सालेह ने कहा, ‘हमारा प्रतिरोध सभी अफगान नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करना है। यह प्रतिरोध पंजशीर में आधारित है। आज, यह घाटी पूरे देश की मेजबानी करती है। ये घाटी उन अफगान लोगों के लिए आशा है, जो उत्पीड़न से बचने की कोशिश कर रहे हैं।’

तालिबान को जवाब देते हुए अमरुल्ला सालेह ने कहा, ‘अफगानिस्‍तान में तालिबान को जल्‍द झटका लगेगा। अर्थव्यवस्था का पतन और सुविधाओं की अनुपस्थिति जल्द ही लोगों को पेरशान कर देगी। तालिबान के हथियार और कठोर व्‍यवहार लोगों के विद्रोह और गुस्से के खिलाफ प्रभावी नहीं होगा। केवल समय का इंतजार कीजिए।’

तालिबान इस समय अफगानिस्‍तान को लेकर कई बड़े-बड़े दावे कर रहा है। साथ ही भविष्‍य की कई योजनाओं पर काम कर रहा है। तालिबान ने अन्‍य देशों से भी उसे सहयोग करने की अपील की है। इस पर पलटवार करते हुए अमरुल्ला सालेह ने कहा कि तालिबान ने पिछले कुछ वर्षों में जो हासिल किया उसका मतलब स्थिरता नहीं है। इसके साथ ही अफगानिस्‍तान पर हालिया कब्‍जे के मायने भी आपकी स्थिरता नहीं है। स्थिरता सभी को साथ लेकर चलने की एक सुसंगत प्रणाली है, जिनका तालिबान समूह का दूर-दूर तक कोई वास्‍ता नहीं है।