- चंडीगढ़। हरियाणा सरकार द्वारा गांव-कस्बों में कोरोना मरीजों की पहचान के लिए घर-घर टीमें भेजने का निर्णय लिया था। जिसके तहत रोजाना करीब 5,000 टीमें घर-घर जा रही हैं। ये टीमें ये पता लगाती हैं कि लोगों को कोरोना तो नहीं हो रहा। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का कहना है कि, अब तक लगभग 3,00,000 परिवारों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है।
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री ने आज कहा, “हमारे पास अब 12,000 के करीब बिना ऑक्सीजन वाले बेड खाली हैं। इनके अलावा 4,274 ऑक्सीजन बेड भी खाली हैं। आईसीयू वाले 691 ऑक्सीजन बेड खाली हैं और 242 वेंटिलेटर खाली हैं।”
उन्होंने कहा, बेहतर व्यवस्थाओं के कारण प्रदेश में कोरोना के मामले में कमी आ रही है और ठीक होने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अब प्रदेश में किसी चीज की कमी नहीं है।
सभी मेडिकल कॉलेजों में हैं व्यवस्थाएं
“ब्लैक फंगस” के मामलों पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि, इस तरह की बीमारी के इलाज के लिए हरियाणा सरकार ने अस्पतालों को अधिकृत किया है। राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में 20-20 बेड के वार्ड तैयार किए गए हैं। इन मेडिकल कॉलेजों में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज किया जाएगा। प्रदेश के सभी जिला चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि, यदि उनके पास कोई भी ब्लैक फंगस का मरीज उपचार के लिए आता है तो उसे तुरंत समीप के मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया जाए।