अधिकारियों को संदेह है कि एक ट्रक, एक राज्य रोडवेज बस अन्य वाहन राज्य की राजधानी से लगभग 180 किलोमीटर दूर, निगुलसारी के पास शिमला-रिकांग पियो राजमार्ग पर 60 से 70 मीटर की दूरी के बीच हुए भूस्खलन में दबे हुए हैं।
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जनसंपर्क अधिकारी विवेक पांडे ने मीडिया को बताया कि बस का अभी तक पता नहीं चला है।
उन्होंने कहा, इलाका वास्तव में कठिन है। पत्थरों का गिरना अभी भी एक बड़ी चिंता है बचाव अभियान में इससे बाधा आ रही है। बारिश भी है। चिंता का मुख्य कारण यह है कि बस का अभी तक पता नहीं चला है। बस में 20 से अधिक लोग थे वे 25 भी हो सकते हैं। यह भी चिंता है कि कि बस कहीं 300 फीट गहरी खाई में लुढ़ककर सतलुज नदी में न गिर गई हो।
पांडे ने कहा, अन्य सभी चार वाहन घटनास्थल पर ही मलबे में दब गए हैं। अभी हताहतों की संख्या के बारे में कुछ भी बताना बहुत मुश्किल है। जनशक्ति (मैनपावर) की कोई समस्या नहीं है। हमने तो यहां तक कि रात में ऑपरेशन के लिए भी बचाव कार्य के लिए पर्याप्त जनशक्ति तैनात की है।
आईटीबीपी के अलावा, स्थानीय अधिकारी, सेना राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) बचाव कार्यों में शामिल हैं, जो रात में भी जारी रहने की संभावना है।