नई दिल्ली, । यूरोपीय देशों के तीन दिवसीय दौरे से स्वदेश लौटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बढ़ते तापमान के साथ-साथ आगामी मानसून सीजन को लेकर तैयारियों की समीक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता करने वाले हैं। सरकारी सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री दिन में सात से आठ बैठकें कर सकते हैं। जानकारी के अनुसार पीएम इन बैठकों के दौरान अधिकारियों को कई अहम दिशानिर्देश दे सकते हैं।
भीषण गर्मी की चपेट में कई राज्य, 122 सालों का टूटा रिकार्ड
देश के कई हिस्से पिछले कुछ हफ्तों से भीषण गर्मी की चपेट में हैं और कई जगहों पर तापमान अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है। उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में औसत तापमान 35.9 पर तो वहीं अधिकतम तापमान 37.78 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।
देश के दोनों क्षेत्रों में 122 वर्षों में सबसे गर्म अप्रैल का अनुभव हुआ है। वहीं मार्च में भी भारत में औसत तापमान लगभग 33 डिग्री सेल्सियस था, जो कि वर्ष 1902 के बाद का रिकार्ड गर्म महीना देखा गया था। वहीं गर्मी का सितम यह है कि दिल्ली जैसे प्रमुख शहरों में भी तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया है। ये तापमान अप्रैल के सामान्य उच्च तापमान की तुलना में 10 डिग्री सेल्सियस अधिक है।
दिल्ली समेत कई राज्यों में बारिश से फौरी राहत
बुधवार को दिल्ली के कुछ हिस्सों और कई अन्य राज्यों में हुई बारिश और ओलावृष्टि से बेमौसम गर्मी से राहत हल्की राहत मिली है। हालांकि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि के पूर्वानुमान के अनुसार 7 मई के बाद हीटवेव के फिर से लौटने की संभावना है। बता दें कि भारत में गर्मी का प्रकोप वसंत और गर्मियों की शुरुआत में आम हैं, खासकर मई में, जो आमतौर पर सबसे गर्म महीना होता है। लेकिन मई के अंत से सितंबर तक मानसून के मौसम की शुरुआत से अक्सर राहत मिलती है।