नई दिल्ली, । गृह मामलों की संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष और कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने गृह मंत्री अमित शाह से हेट स्पीच (नफरती भाषणों) पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। गृह मंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने सरकार से अभद्र भाषा की सभी अभिव्यक्तियों से निपटने के लिए आईपीसी और सीआरपीसी में संशोधन सहित विधायी कार्रवाई पर विचार करने का आग्रह किया है। उन्होंने पत्र में मांग की है कि गृह मंत्री इस बारे में सभी राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों को जरूरी निर्देश दें कि वे ऐसे नफरती बयान (hate speech) देने वालों पर तत्काल और कठोर कार्रवाई करें।
नफरती भाषण असुरक्षा और अविश्वास का माहौल पैदा करते हैं
पत्र के जरिए उन्होंने कहा कि कई बार ऐसे भाषण नागरिकों के एक वर्ग को लक्षित करके दिए जाते हैं जिससे समाज में तकरार आती है। उन्होंने आगे कहा कि ऐसे भाषणों में खासकर अल्पसंख्यकों और महिलाओं पर निशाना साधा जा रहा है और ऐसे ही भाषण असुरक्षा और अविश्वास का माहौल पैदा करते हैं। इसलिए ये चिंता की बात है।
नागरिकों के मौलिक अधिकार और आजादी के लिए खतरा
पत्र में आनंद शर्मा ने कहा कि नफरती भाषणों का इस्तेमाल धर्म, जाति और नस्ल के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने के हथियार के तौर पर किया जा रहा है। उन्होंने चेताते हुए कहा कि अगर इस पर अंकुश नहीं लगाया गया, तो यह कानून के राज को कमजोर करेगा और नागरिकों के जीवन के मौलिक अधिकार, आजादी और स्वाभिमान के लिए खतरा पैदा करेगा।