रांची, । Jharkhand Chief Minister झारखंड की राजनीति किस करवट बैठेगी, कहना मुश्किल है। राज्यपाल रमेश बैस ने अबतक चुनाव आयोग के मंतव्य के बाद अपना फैसला सार्वजनिक नहीं किया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा राज्यपाल के आदेश की प्रतीक्षा में है। चुनाव आयोग का फैसला सार्वजनिक होने के बाद ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपना पत्ता खोलेंगे। इस बीच कांके रोड रांची स्थित मुख्यमंत्री आवास में सत्ता पक्ष के मंत्री एवं विधायक दल की बैठक एक राउंड की हो चुकी है। इसमें खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उपस्थित थे। झारखंड सरकार पर मंडरा रहे हर तरह के खतरों से निपटने के लिए झामुमो व कांग्रेस के नेता तैयार बैठे हैं। तरह तरह की रणनीति बनाई जा रही है। विधायक भी हेमंत दरबार में हाजिरी लगाकर समर्थन का भरोसा जता रहे हैं।
शिक्षा मंत्री ने कहा, विकल्प खुले: जगरनाथ महतो
इस बीच शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा है कि इस मामले में महागठबंधन के पास विकल्प खुले हैं। अभी तो राज्यपाल रमेश बैस का कोई निर्णय नहीं आया है। राज्यपाल के निर्णय आने के बाद इस पर उचित निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार पर कोई खतरा नहीं है। सरकार पांच साल चलेगी।
भाजपा का सपना कभी पूरा नहीं होगा : बन्ना गुप्ता
उधर, झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि जो हो रहा है वह अच्छा हो रहा है। आगे जो होगा वह भी अच्छा होगा। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पार्टी मुंगेरीलाल की तरह सपना देख रही है।भाजपा का सपना कभी भी पूरा नहीं होगा।
झारखंड में मजबूत है महागठबंधन : वैद्यनाथ राम
उधर, लातेहार के झामुमो विधायक वैद्यनाथ राम ने दैनिक जागरण से बात में कहा कि महागठबंधन झारखंड में पूरी तरह मजबूत है। हेमंत सोरेन की सरकार में विकास कार्य तेजी से हो रहा है। विकास धरातल पर नजर भी आ रहा है। चुनाव आयोग का फैसला जो भी हो, झारखंड में महागठबंधन मजबूत है और आगे भी मजबूत रहेगा। राज्य की जनता ने चुनाव में झामुमो पर खूब कृपा बरसाई। जिसके बाद झारखंड में महागठबंधन की सरकार बनी। महागठबंधन की सरकार हर हालत में अपना कार्यकाल पूर्ण करेगी। महागठबंधन के सारे नेता एकजुट हैं।
फैसला आने के बाद भाजपा अपनाएगी रणनीति
उधर, भाजपा विधायक भी रांची में जमे हुए हैं। राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए गुरुवार को प्रदेश कोर टीम की हुई बैठक थी। इसमें तय हुआ है कि राज्यपाल रमेश बैस का फैसला आने के बाद पार्टी आगे की रणनीति तय करेगी। भाजपा झारखंड में सरकार चलाने से अधिक हेमंत सोरेन के कुनबे के भ्रष्टाचार को उजागर करने की रणनीति अपनाएगी।
समर्थन पत्र तैयार, विधायक एकजुट : मिथिलेश
उधर, झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि हेमंत सोरेन को 50 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। समर्थन पत्र रेडी है। जैसे ही राज्यपाल का फैसला आएगा, महागठबंधन के विधायक उनके पास दस्तक देंगे। सरकार के सभी मंत्री विधायक एकजुट हैं। भाजपा का सपना साकार नहीं होने वाला है।
सीएम सचिवालय से विधायकों का वीडियो जारी
उधर, जानकारी मिल रही कि आज शुक्रवार शाम में मुख्यमंत्री आवास में दोबारा विधायकों की बैठक होगी। इसमें कांग्रेस और झामुमो के सभी विधायक भाग लेंगे। सभी विधायक इस समय रांची में ही मौजूद हैं। मुख्यमंत्री सचिवालय की ओर से एक वीडियो भी जारी किया गया है। इसमें जानबूझकर आवाज म्यूट कर दिया गया है। सिर्फ यह दिखाने की काेशिश की गई है कि सत्ता पक्ष के सभी विधायक हेमंत सोरेन के साथ हैं। इस वीडियो में खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी कुछ कहते नजर आ रहे हैं।