रांची, । राष्ट्रपति चुनाव के बाद राज्य में मची सियासी उथलपुथल के बीच झामुमोनीत गठबंधन सरकार को समर्थन दे रहे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक कमलेश कुमार सिंह की नाराजगी सामने आई है। पार्टी नेतृत्व के निर्देश पर हेमंत सरकार को समर्थन दे रहे विधायक का कहना है कि सरकार को समर्थन देने का उन्हें कोई फायदा नहीं हुआ। राज्य में अफसरों ने चारों तरफ लूट मचा रखी है। रांची प्रेस क्लब में मीडिया से मुखातिब कमलेश कुमार सिंह ने कहा कि यही हाल रहा तो वे कड़ा फैसला लेने को बाध्य होंगे।
शरद पवार से बात कर फैसला शीघ्र लेंगे : विधायक
यह पूछे जाने पर कि क्या वे सरकार से समर्थन वापस लेंगे, उन्होंने कहा कि जल्द ही दिल्ली जाकर राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से बातचीत करेंगे। वे किसी भी हद तक जा सकते हैं। पलामू प्रमंडल में अफसरों की लूटपाट चरम पर है। सीओ और बीडीओ तानशाह की तरह व्यवहार करते हैं। कोई जनता से सीधी मुंह बात नहीं करता। एक-एक बीडीओ पांच साल से जमे हैं। विभागीय मंत्री कान में तेल डालकर सोए हैं। किससे बात किया जाए, समझ में नहीं आता। बीडीओ राजनीति करते हैं। मुख्यमंत्री इसकी समीक्षा करें। कमलेश सिंह ने इस बात से इन्कार किया कि वे भाजपा में जाएंगे। इतना कहा कि मीडिया को सही समय पर सब चीजों की जानकारी हो जाएगी। मीडिया से कुछ छिपा नहीं है। राज्य में अवैध खनन का कारोबार चरम पर है। बालू की लूट मची है। अवैध ढ़ंग से बालू दोगुना-तिगुना दाम पर बिक रहा है।
आरोप- हेमंत सोरेन सरकार मेरी अनदेखी हो रही
कमलेश कुमार सिंह ने कहा कि वे सरकार के रवैये से हताश और निराश हैं। सरकार मेरी अनदेखी कर रही है। होल्डिंग टैक्स बढ़ाने को उन्होंने जजिया कर बताते हुए कहा कि वे इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। राज्य के हित में राजनीति करेंगे। इसी वजह से उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में राजग प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन किया। अपने विवेक से सारे फैसले लेते हैं। उन्होंने समर्थन देने के लिए शर्त रखी थी कि उनके विधानसभा क्षेत्र हुसैनाबाद को जिला का दर्जा दिया जाएगा। हुसैनाबाद इसी पात्रता रखता है। जिला नहीं बनाया गया तो निर्णय लेंगे। कहा कि अब पांव पीछे खींचने का सवाल नहीं उठता।