पटना

हैदराबाद में झुलस कर बिहार के ११ मजदूरों की मौत


      • कबाड़ गोदाम में हुआ हादसा, मृतकों में सारण के आठ और कटिहार के तीन
      • पीएम मोदी ने जताया दु:ख, मृतक के परिजनों को दो-दो लाख

छपरा/कटिहार (आससे)। हैदराबाद के भोईगुड़ा स्थित कबार फैक्ट्री में लगी भीषण आगजनी मैं सारण के 8 लोग जिंदा जल गए वहीं घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया यह सभी लोग फैक्ट्री में मजदूरी का काम करते थे और घटना के समय सभी सोए हुए थे घटना में अमन और के दो मकेर के एक परसा के एक मुहावरा के एक मथुरा के एक जबकि बनियापुर के दो मजदूर मारे गए हैं। वही कटिहार के तीन मजदूरों की मौत हो गयी। वहीं घटना के बाद जिला प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधि पीडि़त परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं।

इस हादसे को लेकर पीएम मोदी ने भी दुख जताया है। पीएम ने कहा, हैदराबाद के भोईगुड़ा में भीषण आग में लोगों की जान जाने से आहत हूं। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये दिये जायेंगे।

वही घटना की जानकारी मिलते ही सांसद राजीव प्रताप रूडी ने हैदराबाद में मजदूर के साथ रहने वाले सारण जिला के पहाड़पुर निवासी नंद किशोर और शंकर से बात कर हर पल की खबर ले रहे हैं, और शव को लाने के लिए एयर एम्बुलेंस से लाने के लिए सरकार के मंत्री रेड्डी जी से बात कर रहे है, जिससे कि लोगो को हर संभव मदद मिल सके, औऱ उनके निर्देश पर उनका प्रतिनिधि मंडल अलग अलग जगह जाकर परिजन से मिलकर उनको सांत्वना दिया, और रूडी जी फोन पर बात भी कराये, ये सभी सारण जिले के अमनौर के दो, मकेर 1, परसा 1,  मरहोरा के 1, मसरख के 1, बनियापुर के 2 बताये जा रहे हैं। जिसमे सबसे ज्यादा हृदय विदारक घटना अमणौर अगुवान का है जहाँ पर एक ही परिवार के दो लोग चाचा भतीजा बिट्टू कुमार, दीपक राम की मौत हो गई, जानकारी के अनुसार कबाड़ गोदाम में लगी भीषण आग में ये सभी फंस गए थे।


मृतक के परिजनों को दो-दो लाख : नीतीश

पटना (आससे)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तेलांगना के सिकंदराबाद के भोईगुदा में कबाड़ के गोदाम में भीषण अगलगी हादसे को अत्यंत दुखद बताया है तथा हादसे में बिहार के मजदूरों की मृत्यु पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने सिकंदराबाद के भोईगुदा में कबाड़ के गोदाम में भीषण अगलगी हादसे में बिहार के मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से दो-दो लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने स्थानीय आयुक्त नयी दिल्ली को निर्देश दिया है कि तेलांगना सरकार से आवश्यक समन्वय स्थापित कर मृतकों के पार्थिव शरीर को बिहार लाने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें।


सभी शवों को बाहर निकाल कर पुलिस जांच-पड़ताल में जुट गई है। घटना के कारणों का पता नहीं चल सका है। प्रतिनिधि मंडल में पूर्व प्रदेश कार्य समिति सदस्य राकेश सिंह, प्रदेश कार्य समिति सदस्य निरंजन शर्मा, जिलामहामंत्री अनिल सिंह, मंडल अध्यक्ष संतोष सिंह,अमणौर कल्याण मुखिया प्रतिनिधि मुनचुन सिंह,राणा प्रताप सिंह, मोनू सिंह शामिल थे, और रूडी ने सारण जिलाधिकारी से भी बात कर आपदा प्रबंधन की राशि जल्द से जल्द परिजन को दिलाने की बात की जिससे कि परिजन को सहायता मिल सके और उन्होंने परिजन को भी बताया कि शव को घर लाने के लिए हम सरकार से बात कर लाने की व्यस्था करवा रहे है, और रूडी ने सभी पीडि़ता परिवार के प्रति गहरी सम्बेदना प्रकट किया और कहा कि हम सरकार औऱ कंपनी से लोगो को मुआवजा दिलाने के लिए बात करेंगे।

वही मढ़ौरा से मिली जानकारी के अनुसार मढ़ौरा का सत्येंद्र राम नामक एक मजदूर की मौत हो गई। यह मढ़ौरा के बहुआरा पट्टी का रहने वाला था। सत्येंद्र की मौत के बाद इनके दो अबोध बच्चे यतीम हो गए हैं। सत्येंद्र पिछले करीब 8 वर्षों से उक्त स्थान पर लोडिंग मजदूर के रूप में कार्य कर रहा था और इसी की कमाई से इसका पूरा परिवार चलता था। सतेंद्र इस होली में आने का वादा कर पिछले अगस्त माह में घर से अपनी डियूटी पर हैदराबाद गया था। इसके मौत की सूचना मिलने के बाद मढ़ौरा स्थित सत्येंद्र के पैतृक गांव बहुआरा पट्टी में कोहराम मच गया है और सत्येंद्र की मां फुला देवी सहित पूरा परिवार बिलख रहा है। जिस कारण वहां का पूरा माहौल गमगीन हो गया है। सत्येंद्र को 2 पुत्र एक 2 साल का शिवम और दूसरा 3 माह का राज है। इस घटना के बाद अब इनके पढ़ाई लिखाई से लेकर पालन पोषण तक की चिंता पत्नी मीरा कुमारी को काफी साता रही है।

घटना के संबंध में रोते-रोते सत्येंद्र की मां फुला देवी ने बताया कि उनका लाल सतेंद्र गत अगस्त में अपने ड्यूटी पर गया था और होली में आने का वादा करके गया था किंतु होली में छुट्टी नहीं मिलने के कारण नहीं आ सका और असमय ही काल के गाल में समा गया। घरवालों को इस घटना की सूचना तेलंगाना सरकार के माध्यम से बुधवार को सुबह करीब 8.00 बजे दूरभाष से बताई गई। जिसके बाद घर में कोहराम मच गया।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक तेलंगाना सरकार सभी मृतकों के शव को उनके पैतृक गांव तक पहुंचाने के साथ-साथ पांच पांच लाख के मुआवजे का एलान भी किया है। जानकार लोग बताते हैं कि जिस गोदाम में आग लगी उस गोदाम के ऊपरी मंजिल पर करीबन 13 मजदूर सोए हुए थे। जिसमें एक आग की चपेट में आने से पहले नींद खुलने के कारण भाग निकला जबकि दूसरा झुलसने के बाद वहां के एक अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है जबकि 11 लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई है। सत्येंद्र के परिजनों के मुताबिक घटना सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन के करीब भोईगुड़ा स्थित एक आवासीय कॉलोनी के नजदीक अवस्थित गोदाम में आग लगने के कारण हुई है।

यह घटना बुधवार को अहले सुबह करीब 4.00 बजे की बताई जा रही है। इस अग्निकांड पर काबू पाने के लिए करीब 9 दमकल गाडिय़ों की मदद लेनी पड़ी है। वही परसा से मिली जानकारी के अनुसार हैदराबाद में हुई अग्निकांड में स्थानीय थाना क्षेत्र के आजमपुर गाव निवासी राधा किशुन राम का 22 वर्षीय पुत्र राजेश कुमार का मौत हो गई। जबकि मृतक के भाई प्रेम कुमार का घायल होने की बताये जा रही है। जिनका इलाज हैदराबाद के अस्पताल में चल रहा है। मृतक दोनों भाई बीते माह 17 फरवरी को घर से काम करने के लिए गस्ता कम्पनी में गया हुआ था। मृतक चार भाई व तीन बहन में सबसे बड़ा था। जो अपने परिवार का भरण पोषण करता था।

मौत की खबर मिलते ही पिता राधा किशुन राम माता सुनीता देवी भाई अंकित कुमार अंकुश कुमार बहन रितु कुमारी नेहा कुमारी मुन्नी कुमारी समेत अन्य परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतक के पिता राधा किशुन राम ने बताया कि 17 फरवरी को काम के लिए अपने घर से दोनो सगे भाई राजेश कुमार और प्रेम कुमार हैदराबाद गए हुए थे। जिनका हैदराबाद में हुई अग्निकांड में राजेश कुमार की मौत हो गई तथा प्रेम कुमार बुरी तरह से घायल हो गये है। जिनका इलाज चल रहा है। वही मृतक के पिता ने बताया कि उसके बहन रितु कुमारी की 9 जून को तिलक व 14 जून का शादी का दिन तय किया गया था।

फलका (कटिहार) (आससे)। हैदराबाद के भोई गुड़ा इलाके में बुधवार के तडक़े लकड़ी गोदाम व कबाड़ी खाने में भीषण अग्निकांड में बिहार के ग्यारह मजदूरों की मौत हो गयी है। इसी घटना में कटिहार जिला के फलका प्रखण्ड के गोबिंदपुर पंचायत के टपुआ गांव के तीन मजदूरों की भी आग में जल कर दर्दनाक मौत हो गयी है। मरने वालों में दामोदर महलदार उम्र 28 वर्ष पिता झबरू महलदार, राजेश महलदार उम्र 19 वर्ष पिता बिनोद महलदार बताया जाता है। यह दोनों मजदूर वहां लकड़ी गुदाम में मजदूरी का काम करते थे 6 माह पूर्व बिहार से मजदूरी करने हैदराबाद गये थे जैसे ही हादसे में टपुआ के दो मजदूरों की मौत की खबर गांव में पहुंची दोनों मजदूर के परिवारों में हाहाकार मच गया।

समूचा गांव मातम में तब्दील हो गया गांव के लोग मृतक के घर पहुंच कर हाल चाल पूछने लगे दोनों परिवार के घर लोगों की भीड़ जमा हो गयी दोनों के परिवार गरीबी रेखा से नीचे जिंदगी गुजर बसर करने वाला है। मृतक दामोदर महलदार शादी शुदा है और उनको एक पुत्री है, मां ललिता देवी, पत्नी नाबो देवी का रो- रो कर बुरा हाल है। जबकि मृतक राजेश महलदार का शादी नहीं हुई थी वह तीन भाई में सब से बड़ा था मां गीता देवी रो रो कर पागल हो गई है, जबकि बुढ़ी दादी रोते रोते बेहोश हो जाती है घर में कमाने वाला एक वही सख्श था।