- नई दिल्ली: सीबीएसई और सीआईएससीई द्वारा कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने की घोषणा के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने कहा कि वह योग्यता से समझौता किए बिना अपनी प्रवेश प्रक्रिया को असाधारण स्थिति में ही समायोजित करेगा।
सामान्य परिस्थितियों में, डीयू नौ स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए परीक्षा आयोजित करता है। परीक्षा राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित किए जाते हैं।
डीयू के कार्यवाहक कुलपति पीसी जोशी ने कहा कि सेंट्रल यूनिवर्सिटीज कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीयूसीईटी) एक अच्छा तरीका हो सकता है।
उन्होंने कहा, “योग्यता आंकने का कोई तरीका होगा। ये असाधारण परिस्थितियां हैं। सेंट्रल यूनिवर्सिटीज कॉमन एंट्रेंस टेस्ट एक अच्छा तरीका हो सकता है, क्योंकि यह अखिल भारतीय योग्यता पर आधारित होगा। डीयू योग्यता से समझौता नहीं करेगा। हम नई स्थिति के साथ तालमेल बिठाएंगे और देखेंगे कि कौन सा तरीका विकसित किया जाना है। हम इंतजार करेंगे और देखेंगे कि बोर्ड छात्रों के मूल्यांकन के लिए क्या मापदंड तय करते हैं।”