- न्यूयॉर्क, : अमेरिकी फार्मा कंपनी मॉडर्ना ने कहा है कि किशोरों के लिए तैयार की गई उसकी कोरोना वैक्सीन mRNA-1273 ने 100 फीसदी असर दिखाया है। कंपनी की ओर से दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल के नतीजे के आधार पर ये कहा गया है। मंगलवार को कंपनी ने अपने बयान में कहा कि 12 से 17 साल के बच्चों पर हमने ट्रायल किए हैं। हमारी वैक्सीन बच्चों पर 100 फीसद प्रभावी और सुरक्षित पाई गई है।
मॉडर्ना की ओर से जानकारी दी गई है कि ट्रायल में 12 से 17 साल के 3,732 बच्चों को शामिल किया गया था। इनमें 2,488 बच्चों को दोनों डोज लगाए गए। जिन बच्चों को वैक्सीन के दोनों डोज लगाए गए, उनमे कोविड के लक्षण सामने नहीं आए। जो कि काफी सकारात्मक हैं।
मॉडर्ना ने कहा कि वह किशोरों को दी जाने वाली वैक्सीन को मंजूरी के लिए अमेरिका की रेगुलेटर बॉडी एफडीए के पास अप्लाई करेगी। एफडीए ने इसी महीने 12 से 15 साल के बच्चों के लिए फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन को मंजूरी दी है। अगर मॉडर्ना को भी किशोरों को टीके की मंजूरी मिलती है तो ये अमेरिका में किशोरों पर दूसरी वैक्सीन होगी।
भारत बायोटेक जून से शुरू करेगा बच्चों पर ट्रायल
भारत में भी बच्चों की वैक्सीन के लिए जल्दी ही ट्रायल होंगे। कोवैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक बच्चों के लिए टीके का ट्रायल शुरू करने जा रही है। कंपनी अपनी एंटी कोविड वैक्सीन कोवैक्सीन का पीडियाट्रिक ट्रायल जून से शुरू करेगी। भारत बायोटेक को हाल ही में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की तरफ से 2-18 साल उम्र के बच्चों के क्लिनिकल ट्रायल्स की मंजूरी मिली थी।