- अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों के बचाव का अभियान जारी है। इसमें भारतीय वायु सेना अहम भूमिका निभा रही है। ताजा खबर यह है कि 150 भारतीयों को दोहा के रास्ते नई दिल्ली लाया जा रहा है। ये भारतीय अलग-अलग स्थानों पर फंसे थे, जिन्हें पहले सुरक्षित रूप से काबुल एयरपोर्ट लाया गया और यहां से कतर के रास्ते भारत लाया जा रहा है। वहीं एक अन्य अहम खबर के मुताबिक, अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ में तालिबान के कब्जे से पहले ही भारतीय वायु सेना ने अपने 50 नागरिकों को सुरक्षित एयरलिफ्ट कर लिया था। इनमें कुछ दूतावास के अधिकारी कर्मचारी शामिल थे। इन्हें 11-12 अगस्त की रात भारत लाया गया था। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी हवाईमार्ग का इस्तेमाल करे बिना इस ऑपरेशन को अंदाम दिया था।
खुलकर तालिबान के समर्थन में आया पाकिस्तान
अफगानिस्तान में तालिबान का राज होने के बाद से देशों का एक धड़ा ऐसा भी है जो इस दहशतगर्द संगठन के समर्थन में खड़े नजर आ रहे हैं। इनमें पाकिस्तान भी शामिल है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पहले ही तालिबान की इस आतंक को आजादी की लड़ाई करार दे चुके हैं, वहीं अब विदेश मंत्री शाह मेहमूद कुरैशी खुलकर सामने आए हैं। कुरैशी ने कहा है, अशरफ गनी की सत्ता से बाहर हुई सरकार का तालिबान के खिलाफ दुष्प्रचार अब झूठा साबित हो रहा है। कारण तालिबानियों ने लोगों को आम माफी दे दी है। साथ लड़कियों की शिक्षा पर भी तालिबान ने कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है। आशंका थी कि तालिबान लड़कियों की शिक्षा पर प्रतिबंध लगाएगा लेकिन ऐसा होने नहीं जा रहा है। लोगों को आम माफी मिल चुकी है। स्कूल तथा बिजनस खोले जा रहे हैं। तालिबान के सभी कदम अब तक शांतिपूर्ण रहे हैं जो स्वागत योग्य हैं।
इस बीच, ट्विटर ने उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह और उनकी पार्टी का आधिकारिक ट्विटर अकाउंट ब्लॉक कर दिया है। ट्विटर के इस फैसले की आलोचना इसलिए हो रही है कि उसने अब तक तालिबान के आकाओं के ट्विटर अंकाउंट बहाल रखे हैं।