.रोहित का शतक, कोहली ने जड़ा अर्द्धशतक, भारत ने तीसरा एकदिनी नौ विकेट से जीता, कंगारुओंके नाम २-१ से हुई शृंखला
सिडनी (आससे)। यह माना जाता है कि अगर रोहित शर्मा और विराट कोहली अगर चल गये तो फिर भारत भी चल पड़ता है। यह बाद एक बार फिर चरितार्थ हुई जब होहित शर्मा ने (१२०) रन की शतकीय पारी और विराट कोहली ने (७४) रन की आक्रामक अर्द्धशतकीय पारी के साथ दूसरे विकेट के लिए १६८ रन की अटूट साझेदारी कर दी। रो-को (रोहित-कोहली) को कंगारूओं के न रोक पाने का नतीजा यह हुआ कि भारत ने तीन मैचों की एकदिनी शृंखला के अन्तिम मुकाबले में शनिवार को आस्ट्रेलिया को नौ विकेट से पराजित कर भारत को क्लीन स्वीप होने से बचा लिया। इस हार के बावजूद आस्ट्रेलिया ने शृंखला २-१ से जीत ली। भारत ने आस्ट्रेलिया को पहले ४६.४ ओवर में २३६ रन पर समेटा फिर ११.३ ओवर शेष रहते ३८.३ ओवर में एक विकेट पर २३७ रन बना लिए। सिडनी के मैदान पर भारतीय टीम का वनडे में रिकॉर्ड काफी अच्छा नहीं रहा है, जिसमें इस जीत के साथ भारत नौ साल के लंबे अंतराल के बाद इस मैदान पर एकदिनी मैच जीतने में कामयाब हो सका। टीम इंडिया ने इससे पहले पिछली बार साल २०१६ में आस्ट्रेलिया पर छह विकेट से जीत हासिल की थी और उस मैच में भी रोहित शर्मा के बल्ले से ९९ रनों की बेहतरीन पारी देखने को मिली थी। अब दोनों टीमों के बीच में इस वनडे सीरीज के खत्म होने के बाद २९ अक्तूबर से तीन मैचों की टी-२० शृंखला खेली जायेगी। इसके बाद बारी टीम इंडिया की थी जिसे साख बचाने के लिए २३७ रन का लक्ष्य मिला था। और इस बार कप्तान शुभमन गिल ने रोहित शर्मा के साथ मिलकर अच्छी शुरुआत दिलायी। हेजलवुड को छोड़ दे तो कोई भी कंगारु गेंदबाज रोहित और गिल को असहज नहीं कर सका। हालांकि कुछ ओवर बाद हेजलवुड को भी इन दोनों ने आसानी से खेला और उनकी धार को कुंद कर दिया। गिल और रोहित ने तेजी से खेलते हुए ६२ गेंद पर भारतका स्कोर ६९ रन कर दिया। इसी स्कोर पर गिल २४ रन की पारी खेल कर हेजलवुड के शिकार हो गये। गिल के पवेलियन लौटने के बाद विराट कोहली भारी शोर के बीच क्रीज पर उतरे जो पिछले दोनों मैच में खाता खोलने में नाकाम रहे थे मगर इस बार कोहली ने ऐसा नहीं होने दिया और पहली गेंद पर ही एक रन लेकर इसका ऐसा जश्न मनाया मानों उन्होंने शतक पूरा कर लिया हो। उन्हें स्टेडिम में मौजूद दर्शकों का भी भरपूर साथ मिला। यहां से तो इन दोनों दिग्गजों ने पुराने दिनों की याद दिलानी शुरू कर दी। इन दोनों की जद में जो भी आस्ट्रेलिया का गेंदबाज आता वो पनाह मांगने पर मजबूर हो जाता। कप्तान मिचेल मार्श ने इन दोनों के बल्ले को भेदने के लिए अपने तरकश के सभी तीर आजमा लिए लेकिन कोई भी तीर बल्ले को भेद नहीं सका। दोनों निर्वाध गति से रन बनाते रहे और टीम को जीत के करीब ले जाते रहे। इधर रोहित ने अर्द्धशतक पूरा किया तो उधर कुछ देर बाद कोहली ने भी पचासा जड़ दिया। अर्द्धशतक लगाने के बाद रोहित कुछ ज्यादा ही आक्रामक हो गये और उन्होंने तेजी के साथ ३३वां एकदिनी अद्धïर्शतक पूरा कर लिया। इसी के साथ उन्होंने अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का भी अर्द्धशतक पूरा कर लिया। रोहित का आस्ट्रेलिया के खिलाफ यह नौवा शतक रहा। इसके बाद भी यह जोड़ी रन बरसाती रही और १२वीं बार १५० से ज्यादा (१६८) रन की साझेदारी कर भारत का स्कोर ३८.३ ओवर में एक विकेट पर २३७ रन कर दिया। रोहित १२५ गेंद पर १३ चौके, तीन छक्के की मदद से १२० और कोहली ६१ गेंदों पर सात चौके की मदद से ७४ रन बना कर अजेय लौटे। इस मैच का अंत भले ही भारत के लिए भला रहा हो लेकिन शुरुआत में आस्ट्रेलिया हावी था। कप्तान शुभमन गिल शृंखला में लगातार तीसरा और भारत एकदिनी में लगातार १८वीं बार टास हारा। सिक्के की उछाल पक्ष में आने के साथ ही आस्ट्रेलिया के कप्तान मिचेल मार्श ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। मार्श टीम को मजबूद आधारशिला देने के लिए ट्रेविस हेड के साथ २२ गज की पट्टी पर उतरे। दोनों ही बल्लेबाज शुरुआत से ही लय में दिखे जिससे उन्हें भारतीय गेंदबाजों को खेलने में कोई परेशानी नहीं हुई। मार्श और हेड ने विकेट के चारों ओर कुछ अच्छे शाट खेले। इस जोड़ी को तोड़ने के लिए गिल ने बदल-बदल कर गेंदबाजों को अजमाया लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल पा रही थी लेकिन जब टीम का स्कोर ६१ रन था मोहम्मद सिराज ने मैथ्यू हेड को प्रसिद्ध कृण्णा के हाथों कैच करा भारत को पहली सफलता दिला दी। हेड ने २५ गेंदों पर छह चौके की मदद से २९ रन बनाये। अर्द्धशतक की ओर बढ़ रहे मिचेल मार्श को आक्षर पटेल ने बोल्ड कर दिया जिन्होंने ४१ रन बनाने के लिए ५० गेंदे खेली जिसमें पांच चौका, एक छक्का शामिल था। अब रेन शा के साथ मैथ्यू शार्ट ने मोर्चा संभाल लिया और टीम के खाते में तेजी से रन जोड़ने लगे। आत्मविश्वास से भरे शार्ट जब ३० रन पर थे वाशिंगटन सुंदर ने उन्हें अपना शिकार बना लिया। वाशिंगटन सुंदर की गेंद पर विराट कोहली ने बैकवर्ड पाइंट पर शार्ट का जो कैच लिया, उसे सर्वश्रेष्ठ रिफ्लेक्स कैच में गिना जा सकता है। इसके बाद रेन शा को एलेक्स कैरी का साथ मिला और दोनों ने ५४ रन जोड दिये। आस्ट्रेलियाने ३३ ओवर में तीन विकेट गवां कर १८० रन बना लिए थे और लग रहा था कि वह ३५० से अधिक का स्कोर बना लेगी लेकिन यहीं से बाजी पलटी और हर्षित राणा की अगुवाई में भारतीय गेंदबाज हावी हो गये। और फिर बाकी समय भारत का दबदबा कायम हो गया। कोहली के शानदार कैच को और बेहतर करते हुए श्रेयस अय्यर ने कैरी का पीछे दौड़कर शानदार कैच लिया। श्रेयस ने प्वाइंट से काफी दूरी तय कर डाइव लगाकर कैच लिया, हालांकि इस प्रयास में उन्हें चोट भी आई। कैरी २४ रन बना सके। हर्षित ने पहले एलेक्स कैरी (२४), कूपर कोनोली (२३) और मिचेल ओवन (एक) के विकेट लेकर आस्ट्रेलियाई पारी की कमर तोड़ी। इसके बाद जोश हेजलवुड को बोल्ड कर आस्ट्रेलिया के संघर्ष को ४६.४ ओवर में २३६ रन पर खत्म कर दिया। आस्ट्रेलिया ने अपने अन्तिम सात विकेट ५३ रन जोड़ने में गवां दिये। रेन शा ने सर्वाधिक ५६ रन की पारी खेली। हर्षित राणा ने ३९ रन देकर चार तथा वाशिंगटन सुंदर ने ४४ रन देकर दो विकेट लिए।
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