पटना

1995 उत्तीर्ण पीजी-डिप्लोमा छात्राें का होगा नियोजन: मंगल


जिलों में भेजा गया 13 सौ ‘बी’ टाईप व 242 छोटा ऑक्सीजन सिलेंडर
(आज समाचार सेवा)
पटना। स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य के सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय से पीजी डिप्लोमा उर्त्तीण छात्रें से बंध पत्र के अधीन तीन वर्षीय अनिवार्य सेवा हेतु कुल 1995 फ्लोटिंग पदों के सृजन की स्वीकृती देते हुए अग्रेत्तर काररवाई की जा रही है। इसके लिए ऐसे छात्राें को प्रतिमाह 82 हजार रुपये मानदेय दिया जायेगा। ये बाते आज स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार मानव बल बढ़ाने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग की सतत प्रक्रिया जारी है।

उन्होंने कहा किसृजन हेतु उक्त पदों पर नियोजित सीनियर रेजिटेंड विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी को स्वास्थ्य विभाग द्वारा संविदा मानदेय के आधार अन्य नियोजित विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी के समतुल्य मानदेय देय होगा। उक्त आधार पर इन सृजित पदों के विरुद्ध प्रथम वर्ष से लेकर तृतीय वर्ष तक वर्तमान में अधिकतम 515 पदों पर नियोजन हेतु प्रति वर्ष वार्षिक व्यय कुल 50 करोड़ 67 लाख 60 हजार आने की संभावना है। आने वाले वर्ष से इसके अतिरिक्त प्रति वर्ष और 150 छात्र पीजी, डिप्लोमा में उर्त्तीण होंगे। अतः 1995 फ्रलोटिंग पदों के सृजन हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्णय लेकर अग्रेत्तर कार्रवाई की जा रही है।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना मरीजों के बेहतर उपचार के लिए न सिर्फ मानव बल में बढ़ोतरी कर रहा है, बल्कि आवश्यक दवाओं के अलावे ऑक्सीजन की उपलब्धता भी सुनिश्चित करा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिलों में ‘बी’ टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर 13 सौ एवं 242 छोटा सिलेंडर भेजा गया है। पटना में ‘बी’ टाइप 500 और छोटा सिलेंडर 92, भागलपुर में 200 ‘बी’ टाइप और छोटा सिलेंडर 50, गया में ‘बी’ टाइप 300 और छोटा सिलेंडर 50, मुजफ्रफ़रपुर में ‘बी’ टाइप 300 और 50 छोटा सिलेंडर भेजे गये हैं।