नई दिल्ली। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर राजनीति भी जमकर हो रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई विपक्षी नेताओं को इस समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया। हालांकि, विपक्षी नेताओं ने अब तक अयोध्या जाने को लेकर कोई औपचारिक बयान नहीं दिया है।
वहीं, शिवसेना (यूबीटी) और सीपीएम जैसी पार्टी के नेताओं ने इस समारोह से किनारा कर लिया है। इसी बीच आज (1 जनवरी) कांग्रेस नेता उदित राज ने इस समारोह को लेकर एक विवादित टिप्पणी की है। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा,”मतलब पांच सौ वर्ष बाद मनुवाद की वापसी हो रही है ।”
उदित राज ने भाजपा पर साधा निशाना
उदित राज ने परोक्ष रूप से राम मंदिर उद्घाटन समारोह को लेकर भाजपा सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए कहा,”.हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि ‘शूद्रों’ का काम ब्राह्मणों, क्षत्रियों और वैश्यों की सेवा करना है। जब हमने उनसे पूछा कि उनका इरादा क्या है? तो उन्होंने डिलीट कर दिया (ट्वीट) और भाग गए।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा,”ये लोग (भाजपा) दलितों और पिछड़े वर्गों के अधिकारों का विरोध करते हैं, उनके लिए नौकरियां खत्म कर चुके हैं और उन्हें प्रशासन से बाहर कर रहे हैं। यही ‘मनुवाद’ है।’
पीएम मोदी के निसाद के घर जाने पर कांग्रेस नेता ने क्या कहा?
उदित राज ने आगे पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा कि प्रधानमंत्री भगवान राम नहीं है कि वो निसाद के घर जा रहे हैं। वो संवैधानिक पद पर हैं। अगर वो लाभार्ती के घर गए थे तो वो कहा जाना चाहिए।”
राम मंदिर को लेकर संजय राउत का भाजपा पर तंज
इससे पहले शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मामले पर भाजपा पर निशाना साध रहे हैं। उन्होंने यहां तक कह दिया है कि यह भाजपा का समारोह है। इसमें शुद्धता कहां है।
वहीं, उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा, “अब भाजपा की ओर से 22 जनवरी को ऐलान होगा कि हम प्रभु श्री राम को चुनाव में खड़ा कर रहे हैं, सिर्फ यही बाकी रह गया है। राम जी के नाम पर इतनी राजनीति हो रही है कि सिर्फ यही कहना बाकी है कि हमारे उम्मीदवार श्री राम होंगे।”
बता दें कि 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पूजन की जाएगा। इस पूजन में पीएम मोदी मुख्य यजमान होंगे।