भारत ने साल 1943 में ब्यूनस आयर्स में एक व्यापार आयोग खोला था। जिसे साल 1949 के दौरान दक्षिण अमेरिका में भारत के पहले दूतावासों में से एक में बदल दिया गया। वहीं साल 2019 में दोनों देशों के बीच संबंध एक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़े। साल 2021 के दौरैन भारत अर्जेंटीना के चौथे सबसे बड़े व्यापारिक भागीदार के रूप में सामने आया, दोनों देशों के बीच 5.7 बिलियन अमरीकी डालर मूल्य का कुल व्यापार हुआ।
अर्जेंटीना में कई भारतीय कंपनियों का देश में कुल एक बिलियन अमरीकी डालर से अधिक का निवेश है। जबकि भारत में अर्जेंटीना का निवेश करीब 12 करोड़ डालर का है। अर्जेंटीना में व्यापक रूप से लोकप्रिय भारतीय संस्कृति, योग, ध्यान, दर्शन, अध्यात्मवाद, नृत्य और संगीत के साथ दोनों देशों का सांस्कृतिक संबंध है। भारत हर साल अर्जेंटीना के 40 से 45 कामकाजी पेशेवरों को भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग कार्यक्रम (आईटीईसी) छात्रवृत्ति देता है।
आपको बता दें, करीब 2,600 प्रवासी भारतीय (एनआरआई) और भारतीय मूल के व्यक्ति अर्जेंटीना में रहते हैं। इनमें भारतीय और बहुराष्ट्रीय निगमों के साथ काम करने वाले पेशेवर भी शामिल हैं। इस बीच, पीएम मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रविवार को म्यूनिख पहुंचे। यहां वो जी-7 और सहयोगी देशों के साथ बैठक करेंगे, जिसमें पर्यावरण और ऊर्जा से लेकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई तक के मुद्दों पर चर्चा होगी।