नई दिल्ली, । Omicron New Variant BA.2.75: भारत में ओमिक्रोन के नए वैरिएंट ने चिंता में डाल दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि बीते 24 घंटे में 13,958 मरीज डिस्चार्ज हुए हैं। इसके साथ ही एक्टिव केस बढ़कर अब 1 लाख 13 हजार 864 हो गए हैं। अब तक कुल 4 करोड़ 28 लाख 79 हजार 477 लोग महामारी से ठीक हो चुके हैं। एक्टिव केस कुल मामलों का 0.26 फीसद है। वहीं रिकवरी रेट 98.53 फीसद है। कोरोना से अब तक 5 लाख 25 हजार 199 लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं। आइए जानते हैं कि कोरोना का नया वैरिएंट कितना घातक हो सकता है। क्या भारत में चौथी लहर की संभावना बन सकती है। भारत में क्यों बढ़ रहे हैं कोरोना के मरीज। इन सब मामलों में क्या है विशेषज्ञों की राय।
1- यशोदा हास्पिटल के एमडी डा पीएन अरोड़ा का कहना है कि ओमिक्रोन का सब-वैरिएंट खतरनाक हो सकता है। इस वायरस पर पैनी नजर रखनी होगी। उन्होंने कहा कि हालांकि, ओमीक्रोन के सब-वैरिएंट BA.2 और उसके म्यूटेशन BA.2.38 से हल्की बीमारी होती है। इनसे संक्रमित ज्यादातर मरीजों को अस्पतााल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं होती है। ऐसे मरीज खुद-ब-खुद ठीक हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह 116 मरीजों पर हुए अध्ययन में सामने आया कि ज्यादातर मरीजों में हल्के लक्ष्ण दिखे। केवल एक मरीज को आक्सीजन सपोर्ट की जरूरत पड़ी। एक अन्य मरीज को अस्पताल लाने पर मृत घोषित कर दिया गया।
2- विशेषज्ञों का दावा है कि भारत के कम से कम दस राज्यों में ओमीक्रोन का नया सब-वेरिएंट BA.2.75 फैल चुका है। देश के जिन राज्यों से BA.2.75 के मामले मिले हैं, उनमें दिल्ली, जम्मू, कर्नाटक, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगााल और महाराष्ट्र शामिल है। डा अरोड़ा का कहना है कि यह अगले खतरनाक वैरिएंट के रूप में उभर सकता है या नहीं, अभी यह कहना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि यह स्ट्रेन अन्य देशों- जापान, यूके, जर्मन, कनाडा, अमेरिका, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में भी पाया गया है। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह बताना जल्दबाजी होगी कि BA.2.75 अगला प्रमुख वेरिएंट होगा। उन्होंने कहा कि यह सब वैरिएंट चिंताजनक हो सकता है, क्योंकि यह आने वाली प्रवृत्ति का संकेत दे सकता है।
3- उन्होंने कहा कि ओमिक्रोन का नया वैरिएंट BA.5 की संक्रामकता ज्यादा है। हालांकि, उन्होंने कहा कि BA.5 सब-वेरिएंट भले ही बेहद संक्रामक हो मगर यह उतना घातक नहीं है। उन्होंने कहा कि अधिक संक्रामक होने की वजह से हो सकता है कि कुछ राज्यों में यह तेजी से फैले। इसके लिए सावधान रहने की जरूरत है। लक्ष्ण दिखने पर हमें तत्तकाल इसकी जांच करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना प्रोटाकाल ही वायरस से बचाव का सबसे बेहतर तरीका है। अगर हम सावधानी बरतेंगे तो हम इसके घातक परिणाम से बचे रहेंगे।
घातक है ओमीक्रोन का सब वैरिएंट्स
1- ओमीक्रोन के सब-वेरिएंट्स के चलते भारत के कोरोना मरीजों के आंकड़ों में तेज उछाल आया है। पिछले हफ्ते के भीतर एक लाख से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए। सात दिनों का यह आंकड़ा पिछले चार महीनों में सर्वाधिक है। 27 जून से 3 जुलाई के बीच कोरोना के 1.11 लाख से ज्यादा नए मामले साामने आए। इस दौरान कम से कम 192 मौतें दर्ज हुईं। इनमें से 44 फीसदी मौतें केरल में हुईं। साप्ताहिक आधार पर, इस हफ्ते मौतों का आंकड़ा इसके पहले वाले सात दिनों से 54 फीसद ज्यादा है।
2- महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा और यूपी में संक्रमण कम हुआ है। इसके उलट पश्चिम बंगाल, बिहार, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा, असम और कुछ अन्य केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना के मामले बढ़े हैं। विशेषज्ञों ने बंगाल में ओमीक्रोन के BA.4 और BA.5 सब-वेरिएंट्स को उछाल की वजह बताया है। उधर, एक इजरायली एक्सपर्ट ने दावा किया है कि भारत के कम से कम 10 राज्यों में नया सब-वेरिएंट BA.2.75 फैल चुका है। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय से इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
3- सबसे चिंताजनक स्थिति बंगाल और ओडिशा की है। दोनों राज्यों में हफ्ते भर के भीतर नए मामले तीन गुना बढ़ गए हैं। पश्चिम बंगाल से इस हफ्ते 9,513 मामले आए जबकि वहां पिछले हफ्ते 3,055 केस आए थे। ओडिशा से पिछले हफ्ते 408 केस आए थे और इस हफ्ते 1,279 मामलों का पता चला। तमिलनाडु से 14,431 नए मामले सामने आए हैं। इस हफ्ते केरल और महाराष्ट्र के बाद सबसे ज्यादा केस तमिलनाडु से ही हैं। वहां पिछले हफ्ते के 7,470 केस के मुकाबले इस बार आंकड़ा लगभग दोगुना हो गया है। गुजरात, छत्तीसगढ़, बिहार, असम, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, पुडुचेरी व पूर्वोत्तर के कई राज्यों में भी कोविड मामले बढ़ रहे हैं।