मार्गरेट अल्वा को हराकर जीता चुनाव
धनखड़ को 6 अगस्त को उपराष्ट्रपति के रूप में चुना गया था। उन्होंने विपक्ष की मार्गरेट अल्वा को हराकर चुनाव जीता है। धनखड़ ने 74.36 फीसद वोट हासिल किए थे। बता दें कि 1997 के बाद से हुए पिछले छह उप-राष्ट्रपति चुनावों को देखा जाए तो उनके पास सबसे अधिक जीत का अंतर है।
राजस्थान के झुंझुनू में जन्मे हैं धनखड़
18 मई 1951 को राजस्थान के झुंझुनू जिले के एक किसान परिवार में जन्मे धनखड़ ने अपनी स्कूली शिक्षा सैनिक स्कूल, चित्तौड़गढ़ से पूरी की है। भौतिकी में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई की।
वकील भी रह चुके
71 वर्षीय धनखड़ ने राजस्थान उच्च न्यायालय और भारत के सर्वोच्च न्यायालय दोनों में अभ्यास किया है। 1989 के लोकसभा चुनाव में जनता दल के टिकट पर झुंझुनू से सांसद चुने जाने के बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा। उन्होंने 1990 में संसदीय मामलों के राज्य मंत्री के रूप में भी कार्य किया। उनकी राजनीति शुरू में पूर्व उप प्रधानमंत्री देवी लाल से प्रभावित थी।
गौरतलब है कि उपराष्ट्रपति राज्यसभा का सभापति भी होता है। धनखड़ के उपराष्ट्रपति के रूप में चुनाव के साथ ही लोकसभा और राज्यसभा दोनों के पीठासीन अधिकारी राजस्थान से होंगे।