तनिष्का का कहना है कि वह परीक्षा में उम्दा प्रदर्शन करने की तैयारी काफी समय से कर रही थीं। उन्होंने बिना किसी लापरवाही के 14-16 घंटे तक पढ़ाई की है, जिसका नतीजा यह निकला कि उन्होंने ऑल इंडिया में शीर्ष स्थान हासिल किया है।
एनटीएसई परीक्षा में राज्य में भी अव्वल रहीं तनिष्का
9 लाख 93 हजार विद्यार्थियों में प्रथम स्थान हासिल करने वाली तनिष्का ने अपनी प्रतिभा का लोहा राज्य में ही नहीं बल्कि देश भर में मनवाया है। तनिष्का नेशनल मीन्स मेरीट स्कोलरशिप में राज्य स्तरीय में अव्वल रहीं। तनिष्का एनटीएसई परीक्षा में राज्य में भी अव्वल रहीं।
तनिष्का के माता-पिता दोनों हैं टीचर
किशोर विज्ञान प्रोत्साहन योजना परीक्षा को पास की तनिष्का अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। तनिष्का के पिता कृष्ण कुमार जेबीटी अध्यापक हैं, जो गांव के स्कूल में ही कार्यरत हैं वहीं, उसकी माता सरीता हिस्टरी की टीजीटी सिहमा में कार्यरत है।
तनिष्का का दादा ने दी है सेना को सेवा
जागरण संवाददाता के मुताबिक, तनिष्का के दादा सीआरपीएफ से रिटायर्ड डिप्टी कमांडेंट हैं। तनिष्का की एक बहन और एक भाई है। बहन दसवी कक्षा में पढ़ रही है तथा भाई कक्षा तीसरी में पढ़ता है।
14 से 16 घंटे पढ़ाई करती हैं तनिष्का
तनिष्का ने बताया कि 14 से 16 घंटे पढ़ाई करती है। उन्हें अपने मात-पिता से यह प्रेरणा मिली है। तनिष्का ने दसवी तक की पढ़ाई यदुवंशी स्कूल में की। इसके बाद कोटा अपनी पढ़ाई कर रही है।
पढ़ाई के साथ कोचिंग
पढ़ाई के साथ-साथ कोचिंग की कक्षा भी साथ-साथ लेती रही है। तनिष्का का परीणाम जैसे ही घोषित हुआ क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई। हर कोई तनिष्का के स्वजनों से बात करना चाहत रहे थे। तनिष्का को कोटा में सम्मानित करने के लिए बुलाया गया है जिससे उसके मात-पिता वहां के लिए सुबह ही चले गए थे।
शुक्रवार को होगा तनिष्का का सम्मान
तनिष्का के पिता कृष्ण कुमार ने बताया कि तनिष्का की शुरूआत से ही पढ़ाई में रुचि रही है। तनिष्का के सम्मान में लोग आतुर रहे। शुक्रवार को गांव पहुंचने पर होनहार तनिष्का का स्वागत किया जाएगा।