चेन्नई, म्यांमार में भारतीय कामगारों (श्रमिक) के साथ हुई धोखाधड़ी को लेकर भाकपा (CPI) ने केंद्र सरकार से मदद की मांग की है। सीपीआई ने सोमवार को कहा कि तमिलनाडु के रहने वाले श्रमिकों को नौकरी की पेशकश के बहाने म्यांमार में ठगा गया। म्यांमार में बंधुआ मजदूरी के लिए इन लोगों को मजबूर किया गया। सीपीआई ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इन श्रमिकों को बचाने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया।
बंधुआ मजदूरी के लिए किया गया मजबूर
पार्टी ने सोशल मीडिया अकाउंट्स का हवाला देते हुए कहा कि थाईलैंड में नौकरी के झूठे वादे करने के बाद कुछ धोखेबाज लोगों द्वारा तमिलनाडु के श्रमिकों को म्यांमार के म्यावाडी (Myawaddy) ले जाया गया। यहां उन्हें बंधुआ मजदूरी के लिए मजबूर किया गया।
घर वापस लाने के लिए युद्धस्तर पर उठाए जाएं कदम
वाम दल के राज्य सचिव आर मुथारासन ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा उन्हें घर वापस लाने के लिए युद्धस्तर पर कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने पीएम मोदी से इन श्रमिकों को वापस लाने का आग्रह किया। साथ ही कहा कि केंद्र सरकार उन्हें घरेलू रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए।
सरकार ने रोजगार के वादे पर दिया धोखा: आर मुथरासन
साथ ही वाम दल के राज्य सचिव ने आरोप लगाया कि श्रमिकों को विदेशों में रोजगार पाने के लिए कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने रोजगार के अवसर प्रदान करने के अपने वादे पर लोगों को धोखा दिया है।