वाराणसी

भोजपुरिया दिग्गजों की जुटानसे गुलजार होगी काशी


महाअधिवेशन  आज से

भोजपुरी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में स्थान दिलाने के लिए विगत कई वर्षो से चली आ रही मुहिम को एक नया मकान हासिल होने वाला है। दो दिवसीय विश्व भोजपुरी सम्मेलन के राष्टï्रीय अधिवेशन का शुभारम्भ २१ फरवरी को होगा। इस भव्य सम्मेलन का आयोजन जीवनदीप शिक्षण समूह परिसर में किया जायेगा, जिसकी नींव विश्व भोजपुरी सम्मेलन के राष्टï्रीय महासचिव डाक्टर अशोक कुमार सिंह रखेंगे। दो दिन चलने वाले इस सम्मेलन के पहले दिन सत्र की अध्यक्षता काशी विद्यापीठ के वाइसंचासलर टीएन सिंह करेंगे। इस सत्र में मारीशस, फिजी एवं सूरीराम के राजदूत के साथ झारखण्ड केपूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीपी सिंह पूर्व मंत्री सरजू राय एवं बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय शिरकत करेंगे। इस अवसर पर भोजपुरी को संवैधानिक दर्जा दिलाने के क्रम में भारत सरकार का पक्ष रखने के लिए विशेष रूप से जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ साथ राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर साध्यकालीन सांस्कृतिक समारोह का भी आयोजन किया जायेगा। जिसमें कहरवा करमा, धोबी, कठपुतली नृत्य के साथ भोजपुरी संस्कृति से जुड़ी लोक कलाओं काष्टïों एवं हस्तशिल्प कला से जुड़ी प्रदर्शनी की प्रस्तुति भोजपुरियां संस्कृति की समृद्घि को दर्शायेगी। दूसरे दिन सोमवार को सुबहे बनारस के दीदारके साथ गिरमिटिया मजदूर और २१वीं सदी में भोजपुरी भाषा कीदशा एवं दिशा जैसे विषयों पर भोजपुरी साहित्य के मर्मज्ञ अपना व्याख्यान देंगे। राष्टï्रीय महासचिव डाक्टर सिंह ने कहाकि भोजपुरी भाषा को न सिर्फ संवैधानिक दर्जा दिलाना है बल्किदेशमें मुहिम चलाकर इस भाषा में अध्ययन अध्यापन व शोध को भी बढ़ाया देना है और मातृभाषा भोजपुरी के उत्थान के लिए नयी पीढ़ी को जोडऩा है।