चतरा, झारखंड के चतरा जिले के प्रतापपुर थाना क्षेत्र के बिलासपुर गांव के समीप रविवार दोपहर चाल धंसने से तीन बच्चियों की मौत हो गई। वहीं दो बच्चियां गंभीर रूप से घायल हो गई हैं। मृत सभी बच्चियां बिलासपुर गांव की रहने वाली हैं। घटना के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है। मृतकों के घर में लोग दहाड़े मार मार कर रो रहे हैं। हर कोई सदमे में है। प्रतापपुर अंचल के पुलिस निरीक्षक लव कुमार ने घटना की पुष्टि की है।
दो बच्चियों को सदर अस्पताल में चल रहा इलाज
पुलिस निरीक्षक लव कुमार ने बताया कि हादसे के बाद दो बच्चियों को किसी तरह से निकाल कर उपचार के लिए चतरा सदर अस्पताल भेजा गया है। उनका इलाज चज रहा है। दोनों की हालत गंभीर बताई जा रही है। जरूरत पड़ने पर उन्हें रांची रिम्स भी रेफर किया जा सकता है। वहीं, इस हादसे में तीन बच्चियों की मौके पर ही मौत हो गई।
दीपावली के लिए दुधिया माटी लाने गई थी बेटियां
जानकारी के अनुसार, दीपावली पर्व पर घर का रंग-रोगन करने के लिए सुदूरवर्ती गांवों की युवतियां एवं महिलाएं दुधिया मिट्टी लाने के लिए निकटवर्ती क्षेत्रों में गई थीं। बिलासपुर गांव की छह बच्चियां भी मिट्टी लाने के लिए गई थीं। इनकी उम्र 12 से 16 वर्ष के बीच थी। सभी एक साथ दुधिया मिट्टी लाने के लिए अपने अपने घरों से निकली थीं।
जेसीबी मशीन से माटी हटा निकाली गईं बच्चियां
दोपहर करीब बारह बजे एक बच्ची रोते हुए गांव की ओर भागकर आई। उसने लोगों को बताया कि मिट्टी का चाल धंस गया है। उसकी सभी सहेलियां उसमें दब गई हैं। सूचना मिलने के बाद प्रतापपुर थाना पुलिस जेसीबी मशीन लेकर मौके पर पहुंची। मिट्टी हटाकर बच्चियों को बाहर निकाला गया। इनमें तीन बच्चियों की मौत हो गई थी। दो की सांसें चल रही थीं। उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।
डाक्टरों ने की तीन बच्चियों की मौत की पुष्टि
उधर, घटना की जानकारी मिलने के बाद आसपास के गांवों के सैकड़ों लोग मौके पर जुट गए। लोग भी बच्चियों को बचाने में जुट गए। बच्चियों को तुरंत प्रतापपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। यहां डाक्टरों ने तीन बच्चियों की मौत की पुष्टि कर दी। वहीं दो बच्चियों को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।
पूर्व विधायक ने घटना पर जताया दुख, मातम
पूर्व विधायक जनार्दन पासवान ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि दीपावली से पूर्व यह हादसा बहुत दुखद है। त्योहार की खुशियां मातम में बदल गई हैं। सभी बच्चियां बिलासपुरा गांव की रहने वाली हैं। पूरे गांव में इस घटना के बाद मातम का माहौल है।