नई दिल्ली, । वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर सीधे डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए लोगों को सीधे लाभ पहुंचाकर सरकार ने इसमें होने वाले लीकेज को समाप्त करने के साथ सुशासन को सुनिश्चित किया है।
शुक्रवार को गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट के एनटी रामाराव मेमोरियल में भाषण देते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने तकनीक को अपनाकर लोगों को सरकार की ओर से दिए जाने लाभ में होने वाले लीक को समाप्त करने का काम किया है। अब सरकार के द्वारा दिया जाने वाला पैसा सीधे लाभार्थी के खाते में हस्तांतरित किया जा रहा है।
सरकार ने DBT के जरिए दिया 25 लाख करोड़ का लाभ
इस महीने के शुरुआत में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि केंद्र सरकार ने अब तक इसके तहत लोगों को 25 लाख करोड़ रुपये ट्रांसफर किए हैं। डीबीटी के जरिए सरकार पीएम किसान, एलपीजी सिलेंडर पर सब्सिडी और अन्य कई बड़ी योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचा रही है।
IMF भी कर चुका है तारीफ
कुछ दिनों पहले इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF)भी भारत की डायरेक्ट कैश ट्रांसफर स्कीम की तारीफ कर चुका है। इसके साथ ही कहा था कि भारत जैसे बड़े देश में इस तरह की योजना सफलता पूर्वक लागू करना बड़ी बात है। आइएमएफ में वित्तीय मामलों के विभाग के उप निदेशक पाओलो मौरो ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि भारत के बड़े आकार को देखते हुए यह एक चमत्कार है कि किस तरह से कम आय वर्ग के करोड़ों लोगों तक सरकारी योजनाओं का लाभ सीधा पहुंचाया गया। हमें भारत से काफी कुछ सीखने की जरूरत है।