रामपुर, (मुस्लेमीन)। : सपा नेता आजम खां सीतापुर जेल में रहते हुए भी यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में चुनाव लड़े और रामपुर सीट से दसवीं बार विधायक बने। लेकिन, विधायक बनने के बाद से क्षेत्र के विकास के लिए विधायक निधि का एक रुपया भी खर्च नहीं कर सके और उनकी विधायकी रद कर दी गई।
सांसद निधि का रुपया भी नहीं खर्च कर सके
आजम खां की विधायक निधि में इस साल तीन करोड़ रुपये मिले हैं, जो खर्च नहीं हो सके। आजम खां सांसद बनने के बाद भी पूरा पैसा खर्च नहीं कर सके थे। सवा दो साल तक सीतापुर जेल में बंद रहे। इस दौरान सांसद निधि के दो करोड़ 52 लाख रुपये ही खर्च कर सके। विधायक चुने जाने के बाद सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया।
आजम की निधि का पैसा अब सांसद घनश्याम करेंगे खर्च
सांसद निधि में यह नियम है कि पहली किस्त का 80 प्रतिशत धन खर्च होने के बाद ही दूसरी किस्त मिलती है। पहली किस्त खर्च न होने के कारण दूसरी किस्त ही नहीं मिल सकी। उनके कार्यकाल के 4.50 करोड़ रुपये अब आएंगे, जो भाजपा सांसद घनश्याम सिंह लोधी खर्च करेंगे।
आजम खां की चली गई विधायकी
अब आजम खां की विधायकी भी चली गई है। इस कारण विधायक निधि का पैसा भी वह खर्च नहीं कर सकेंगे। आजम खां ने सपा शासनकाल में नगर विकास मंत्री रहते अपने शहर में अरबों रुपये के विकास कार्य कराए थे, लेकिन कानूनी शिकंजे में फंसने के बाद विधायक निधि के लिए प्रस्ताव भी नहीं दे सके।
सीडीओ ने आजम खां को लिखा पत्र
मुख्य विकास अधिकारी नंद किशोर कलाल का कहना है कि विधायक निधि में अभी दो किस्तें मिली हैं। दोनों किस्तों को मिलाकर तीन करोड़ रुपये मिले हैं, लेकिन शहर विधायक रहे आजम खां की ओर से कोई प्रस्ताव नहीं मिल सका। इस संबंध में उन्हें पत्र भी लिखे गए।