नई दिल्ली, तमिलनाडु सरकार और राज्यपाल के बीच तनातनी बढ़ गई है। राज्य की डीएमके सरकार ने राज्यपाल आरएन रवि (Governor RN Ravi) को हटाने की मांग की है। डीएमके ने कहा कि राज्य में उसके नेतृत्व वाले धर्मनिरपेक्ष प्रगतिशील गठबंधन (एसपीए) ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को एक ज्ञापन सौंपकर राज्यपाल आरएन रवि को बर्खास्त करने का आग्रह किया है। चिट्ठी में एसपीए सदस्यों के हस्ताक्षर हैं।
राज्यपाल से कई मुद्दों पर टकराव
2 नवंबर को नई दिल्ली में राष्ट्रपति कार्यालय में सौंपे गए विस्तृत ज्ञापन में राज्यपाल के साथ कई मुद्दों पर टकराव का जिक्र किया है। इन मुद्दों में लंबित नीट (NEET)विधेयक भी शामिल है। ज्ञापन में कहा गया कि राज्यपाल के सभी कार्य अशोभनीय थे।
शपथ का उल्लंघन
एसपीए सदस्यों द्वारा दिए गए 9 पेज के ज्ञापन में कहा गया, ‘आरएन रवि ने स्पष्ट रूप से अनुच्छेद 159 के तहत ली गई शपथ का उल्लंघन किया है। राज्यपाल ने संविधान और कानून के संरक्षण और तमिलनाडु के लोगों की सेवा और भलाई के लिए खुद को समर्पित करने के लिए शपथ ली थी।’
राज्यपाल सांप्रदायिक घृणा भड़का रहे
ज्ञापन में ये भी कहा गया कि राज्यपाल सांप्रदायिक घृणा को भड़का रहे हैं, जो राज्य कि शांति के लिए खतरा है। अपने आचरण और कार्यों से आरएन रवि ने ये साबित कर दिया है कि वह राज्यपाल के संवैधानिक पद को संभालने के लिए अयोग्य हैं और इसलिए वह तुरंत बर्खास्त किए जाने के पात्र हैं।