इटावा, समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण रिक्त मैनपुरी लोकसभा (Mainpuri Loksabha Seat) सीट पर पांच दिसंबर को होने वाले उप चुनाव के लिए पार्टी ने पूर्व सांसद डिंपल यादव (Dimple Yadav) को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। डिंपल यादव आज यानी सोमवार को मैनपुरी जिलाधिकारी कार्यालय में अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी।
पार्टी की उम्मीदवार डिंपल यादव ने सोमवार को नामांकन दाखिल करने से पहले पति अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के साथ मुलायम सिंह यादव की समाधि पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। तड़क-भड़क और शोर-शराबे से दूर बेहद सादे अंदाज में डिंपल पर्चा दाखिल करेंगी।
डिंपल यादव ने नामांकन के लिए मैनपुरी रवाना होने से पहले इटावा के सैफई में सोमवार को नेताजी (मुलायम सिंह यादव) को नमन किया। डिंपल यादव ने अपने पति समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ पार्टी के दिवंगत संरक्षक मुलायम सिंह यादव की समाधि पर जाकर उनको पुष्पांजलि अर्पित की। सैफई के मेला मैदान में मुलायम सिंह यादव की अन्येष्टि हुई थी। मुलायम सिंह यादव के समाधि स्थल पर नमन करने के बाद डिंपल यादव के साथ अखिलेश यादव सैफई से मैनपुरी के लिए हुए रवाना हो गए। जहां पर दिन में एक बजे डिंपल यादव नामांकन पत्र दाखिल करेंगी।
मुलायम सिंह यादव के निधन से रिक्त हुई मैनपुरी सीट पर भाजपा गैर यादव, गैर मुस्लिम वोटों को साधने के इरादे से चुनाव मैदान में उतरेगी। सपा ने यहां अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाया है।
भारतीय जनता पार्टी ने मैनपुरी लोकसभा के साथ रामपुर व खतौली विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव में सुशासन को मुख्य मुद्दा बनाने के साथ पूरी आक्रामकता से अपने राजनीतिक विरोधियों पर वार करेगी। मैनपुरी, रामपुर और खतौली, तीनों सीटों पर भाजपा और सपा गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है।
मैनपुरी और रामपुर सीटों पर सपा चुनाव लड़ेगी तो खतौली सीट उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल के खाते में गई है। भाजपा सभी जगह अब मोदी तथा योगी आदित्यनाथ सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों को बताने के साथ मैनपुरी में मुलायम परिवार में फूट और रामपुर में मोहम्मद आजम खां की तुनकमिजाजी को भी जनता के बीच भुनाने की पुरजोर कोशिश करेगी। सपा ने जमीनी रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। सपा मुखिया अखिलेश यादव सहित सैफई परिवार की सक्रियता तो बढ़ी है, पार्टी के दूसरे चेहरों ने भी जमीनी संपर्क की रूपरेखा बनानी शुरू कर दी है।