पटना : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद ललन सिंह ने सोमवार को पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने के विषय पर कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साइंस कालेज में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री से हाथ जोड़ कर केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग की थी। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री के आग्रह पर विचार नहीं किया। आज पटना में एनआइटी मुख्यमंत्री की ही देन है। उस समय देश के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी थे। अटल-आडवाणी (एनडीए) की सरकार थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके सामने पटना इंजीनियरिंग कालेज को एनआइटी बनाने का आग्रह किया था। उन्होंने मुख्यमंत्री के आग्रह को स्वीकार करते हुए पटना एनआइटी बनाने की सहमति दी।
उन्होंने ये बातें ललन ने जदयू पार्टी कार्यालय में आयोजित छात्र संघ चुनाव में जीत हासिल किए उम्मीदवारों के स्वागत समारोह में कहीं। ललन ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में छात्र जदयू के उम्मीदवारों की जीत ने यह विश्वास दिला दिया है कि आने वाले सभी चुनाव में हम जीत हासिल करेंगे। छात्र देश और राजनीति के भविष्य हैं। उन्होंने कहा कि पाटलिपुत्र सहित राज्य के अन्य विश्वविद्यालयों में भी छात्र संघ चुनाव होने हैं। इसके लिए भी कार्यकर्ता कमर कस लें। यह राजनीति का सबसे निचला पायदान है। राजनीति यहीं शुरू होती है। हमने भी राजनीति यहीं से शुरू की थी।
युवाओं को रोजगार की बजाए मिला अग्निवीर
ललन सिंह ने कहा कि आज देश में बेरोजगारी बढ़ गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घोषणा की थी कि करोड़ों युवाओं को रोजगार देंगे। लोगों ने विश्वास कर उन्हें जीत दिलाई, मिला क्या अग्निवीर। वर्ष 2020 में भारतीय सेना में नियुक्ति के लिए हजारों युवाओं का चयन किया गया था। उसे रद कर चार साल के लिए अग्निवीर नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई। इससे क्या होगा, चार साल बाद युवा बेरोजगार हो जाएंगे। प्रधानमंत्री ने 10 साल में कुछ नहीं दिया। उल्टे देश में धार्मिक उन्माद फैलाया जा रहा है। प्रधानमंत्री मंदिरों में पूजा-अर्चना कर रहे हैं। युवाओं को रोजगार चाहिए, न कि धार्मिक उन्माद। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 17 वर्षों में बिहार को बहुत कुछ दिया ।
पार्टी के कई बड़े नेता रहे मौजूद
मौके पर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, पूर्व एमएलसी रणवीर नंदन के अलावा छात्र संघ चुनाव जीत कर आए अध्यक्ष आनंद मोहन, उपाध्यक्ष विक्रमादित्य, कोषाध्यक्ष रविकांत, संयुक्त सचिव संध्या कुमारी, काउंसलर सोनाली राज, धीरज कुमार, महिमा फातमा, आदित्य आलोक, टि्वंकल कुमारी, छात्र जदयू के प्रदेश अध्यक्ष नीतीश पटेल, चंदन कुमार चंचल सहित अन्य मौजूद थे।