नई दिल्ली। गुजरात की कई विधानसभा सीटों पर नजर आ रहे त्रिकोणीय चुनावी मुकाबले को देखते हुए कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ आक्रामक अभियान की गति तेज करने की रणनीति बनाई है। चुनाव अभियानों में आप को भाजपा की बी टीम बताती रही कांग्रेस ने अब इसकी बजाए उसे वोट कटवा बताने पर जोर देने का फैसला किया है। पार्टी के स्टार प्रचारकों के साथ ही तमाम स्थानीय नेताओं को प्रचार अभियानों के दौरान आम आदमी पार्टी की राजनीतिक गंभीरता के दावे को खोखला साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ने की सलाह दी हगई है।
मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच
गुजरात चुनाव के अब तक के जमीनी अनुमानों के अनुसार कांग्रेस मान रही कि ग्रामीण इलाकों की उसकी कुछ मजबूत सीटों पर आप उसे नुकसान पहुंचा सकती है तो कई शहरी सीटों पर भाजपा के सियासी समीकरणों को भी डगमग करने की स्थिति में है। कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकारों के अनुसार गुजरात के अब तक के प्रचार अभियान के मूड को भांपने से साफ है कि राज्य में भाजपा का विकल्प बनने के आप के दावे की हवा निकल गई है और मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच भी है।
ग्रामीण और शहरी इलाकों में कुछ सीटों पर असर डाल सकते हैं आप उम्मीदवार
भाजपा के सुपर स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह से लेकर उसके तमाम नेताओं का चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस पर किया जा रहा आक्रामक हमला न केवल इसका प्रमाण है बल्कि चुनावी मुकाबले में बराबरी के टक्कर की ओर भी इशारा करता है। पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने इस बारे में चर्चा करते हुए कहा कि भाजपा और कांग्रेस के बीच निकट मुकाबले की पूरी संभावना के चलते ही आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों की गुजरात के कुछ पॉकेट में मौजूदगी राजनीतिक संतुलन बनाने-बिगाड़ने की स्थिति पैदा कर सकती है। जैसे पंचमहल-दाहोद जैसे आदिवासी ग्रामीण इलाकों, उत्तरी गुजरात की कुछ ग्रामीण सीटों पर आप के उम्मीदवारों के मैदान में होने से कांग्रेस को निकट मुकाबले की सीटों पर नुकसान हो सकता है और इसका फायदा भाजपा को मिल सकता है।
चुनावी समीकरणों को बना-बिगाड़ सकती है कुछ सीटों पर आप की मौजूदगी
हालांकि पार्टी यह भी मान रही कि सूरत, बड़ौदा और अहमदाबाद जैसे बड़े शहरी इलाकों में भाजपा के मजबूत प्रभाव वाले क्षेत्र की कुछ सीटों पर भी आप की मौजूदगी चुनावी समीकरणों को बना-बिगाड़ सकती है। हालांकि इसके बावजूद आप को लेकर कांग्रेस किसी तरह की राजनीतिक नरमी बरतने को तैयार नहीं है। पार्टी रणनीतिकारों के अनुसार चुनाव अभियान में हमारा फोकस अब इस बात पर भी है कि प्रदेश की भाजपा सरकार से नाराज लोगों के वोट काटकर आप उसे चुनावी फायदा पहुंचाने का प्रयास कर रही है।
कांग्रेस ने बोला आप पर हमला
सियासी जमीन पर भाजपा का मुकाबला केवल कांग्रेस से ही है और आप का शोर केवल प्रचार माध्यमों में है। आप के खिलाफ कांग्रेस की इस रणनीति का साफ संकेत पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने दिया। अहमदाबाद में बुधवार को मीडिया से रूबरू होते हुए तिवारी ने अपने गृह राज्य पंजाब में आप के सत्ता में आने के बाद के अनुभवों को आधार बनाते हुए कहा कि गुजरात जैसे राज्य में इस तरह का राजनीतिक प्रयोग मुफीद नहीं होगा और कांग्रेस ही भाजपा का विकल्प है।