Post Views:
855
Related Articles
युग निर्माण
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 787 श्रीराम शर्मा मनुष्यका मन कोरे कागज या फोटोग्राफीकी प्लेटकी तरह है, जो परिस्थितियां, घटनाएं एवं विचारणाएं सामने आती रहती हैं और मनोभूमि वैसी ही बन जाती है। व्यक्ति स्वभावत: न तो बुद्धिमान है और न मूर्ख, न भला है, न बुरा। वस्तुत: वह बहुत ही संवेदनशील प्राणी है। समीपवर्ती प्रभावको ग्रहण करता […]
टीकाकरण से ही मिलेगी राहत
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 590 कोरोनाकी नयी लहर का कहर देशभर में जारी है। देशके कोने-कोने से कोरोनासे जुड़ी दुखद खबरें सामने आ रही हैं। इसे क्या कहा जाए कि एक तरफ देशमें कोरोनाकी रोकथाम के लिए टीकाकरण हो रहा है तो वहीं दूसरी ओर संक्रमितोंके आंकड़े आये दिन नये रिकार्ड बना रहे हैं। बावजूद इसके चिकित्सा […]
मैत्री सम्बन्धोंको प्रमुखता
Posted on Author ARUN MALVIYA
Post Views: 713 बंगलादेश अपनी स्वतन्त्रताका पचासवां वर्ष मना रहा है। सन् १९७१ में वैश्विक पटलपर बांगलादेशका उभरना असमान्य घटना थी। पाकिस्तानके संस्थापक मुहम्मद अली जिन्नाने जिस प्रकार शातिर चालें चलकर पाकिस्तान और पूर्वी पाकिस्तानका निर्माण कराया उसमें कुछ स्वार्थी नेताओंके हित भले ही सधे हों परन्तु आमजनताकी साधारण चेतना एवं नागरिक स्वतन्त्रताके अंत:करणमें विष […]