पुणे, । महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सुप्रीमो शरद पवार की जमकर तारीफ की है। सीएम शिंदे ने उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि कॉपरेटिव सेक्टर में शरद पवार के योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। शिंदे पुणे में वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट (वीएसआई) की 46वीं वार्षिक आम बैठक में शामिल हुए थे। जिस दौरान उन्होंने पवार की जमकर प्रशंसा की है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार वीएसआई के अध्यक्ष हैं।
कॉपरेटिव सेक्टर में पवार का बहुत बड़ा योगदान
मुख्यमंत्री ने कहा कि पवार राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर एक अनुभवी नेता हैं। कॉपरेटिव सेक्टर में उनका योगदान बहुत बड़ा है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों के हित में और राज्य के कल्याण के लिए जो भी सत्ता में है, पवार मार्गदर्शन और सुझावों के लिए हमेशा उपलब्ध हैं। शिंदे ने कहा कि पवार अक्सर मुझे टेलीफोन पर सुझाव देने और सलाह देने के लिए बुलाते हैं।
शिंदे पिछले साल बने थे महाराष्ट्र के सीएम
सीएम एकनाथ शिंदे और उनके समर्थक विधायकों ने शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ बगावत की थी। उन्होंने राज्य में सरकार बनाने के लिए एनसीपी और कांग्रेस से हाथ मिलाने के पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के फैसले पर सवाल उठाया था। जिससे विद्रोह के बाद ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई थी। जिसके बाद एकनाथ शिंदे पिछले साल 30 जून को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने थे।
केंद्र सरकार राज्य में कॉपरेटिव सेक्टर को देगी पूर्ण समर्थन
सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि कॉपरेटिव सेक्टर ने देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके महत्व को समझते हुए केंद्र ने इस क्षेत्र के लिए एक अलग मंत्रालय का गठन किया है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र में कॉपरेटिव सेक्टर को पूर्ण समर्थन देने का आश्वासन दिया है।
“कॉपरेटिव सेक्टर ने किया अच्छा काम”
शिंदे ने संकट के समय भी अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का पालन करने और न केवल लाभ या हानि पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कॉपरेटिव सेक्टर की सराहना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार कॉपरेटिव सेक्टर के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि अगले कुछ वर्षों में कुल 2.5 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई के तहत लाया जाएगा।
निवेशकों को मिलेगा अच्छा बुनियादी ढांचा और सब्सिडी
एनसीपी नेता शरद पवार ने कहा कि चीनी कारखानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए चीनी के अलावा अन्य उत्पादों के उत्पादन पर ध्यान देना समय की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि अतिरिक्त चीनी का उपयोग इथेनॉल उत्पादन के लिए किया जाना चाहिए। कार्यक्रम में पत्रकारों से बात करते हुए शिंदे ने कहा कि राज्य सरकार राज्य में उद्योग स्थापित करने के इच्छुक निवेशकों को अच्छा बुनियादी ढांचा और सब्सिडी मुहैया कराएगी।