देवघर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को देवघर पहुंचे। वे रविवार को वापस दिल्ली लौट जाएंगे। इस दौरान वे तकरीबन 24 घंटे देवघर में रुकेंगे। बाबा बैद्यनाथ की पूजा अर्चना से उनके देवघर प्रवास की शुरूआत हो गई है। रविवार को सत्संग आश्रम में आचार्य देव से मुलाकात के बाद दिल्ली वापस लौट जाएंंगे।
गृह मंत्री अमित शाह ने अपना संबोधन शुरू करते हुए कहा कि देवघर की इस भूमि और बाबा के चरणों में मेरा सादर प्रणाम। यहां के कंकर-कंकर में शंकर का वास है। जय जोहार। इसके बाद शाह ने कहा कि विश्व में सबसे पहले तरल नैनो यूरिया बना कर इफको ने एक बहुत बड़ा काम किया है। देवघर की इस पवित्र भूमि पर बना ये कारखाना पूरे संथाल परगना का विकास सुनिश्चित करेगा।
विजय सकंल्प महारैली में झारखंड सरकार पर बरसे अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री देवघर में आयोजित विजय सकंल्प महारैली में झारखंड सरकार पर जमकर हमला बोला है। शाह ने कहा कि भारत में अगर कहीं सबसे ज्यादा भ्रष्ट सरकार है तो वो झारखंड में है… कोई मंत्री-मुख्यमंत्री बनता है तो हाथ से करप्शन करता है, लेकिन यहां तो ट्रैक्टर और रेलवे के वैगन से भ्रष्टाचार करना शुरू कर दिया गया है।
अमित शाह ने कहा कि कोरोना में हमने तय किया था कि सरकार किसी भी घर का चूल्हा बंद नहीं होने देगी, हमने ढाई साल तक प्रति व्यक्ति-प्रति माह पांच किलो अनाज मुफ्त पहुंचाया है। अब एक और साल तक हम गरीबों को मुफ्त अनाज उपलब्ध करवाएंगे। अमित शाह ने कहा कि मोदी जी की सरकार ने गरीब, आदिवासी और पिछड़ों के हित को हमेशा वरीयता दी है। आजादी के बाद पहली बार एक गरीब आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनीं हैं, यह हर गरीब का सम्मान है… हर आदिवासी का सम्मान है।
झारखंड सरकार द्वारा गरीबों और आदिवासियों के विकास का पैसा दिल्ली के दरबार में पहुंचाया जा रहा है। जनता सब जानती है… हेमंत बाबू चुनाव में आ जाओ, जनता आपको हटाने को तैयार बैठी है। वोट बैंक के लालच में यहां घुसपैठिए घुसाए जा रहे हैं, वो आदिवासियों की जमीन हथिया रहे हैं, बच्चियों पर अत्याचार कर रहे हैं और हेमंत बाबू… मुस्कराते हुए यह सब देख रहे हैं। इस क्षेत्र में आदिवासियों की संख्या लगातार घट रही है। ये क्षेत्र साइबर क्राइम का हब बन गया है। यहां बच्चों को गलत रास्ते पर ले जाकर बड़े-बड़े अपराध हो रहे हैं। भारत सरकार ने साइबर क्राइम से लड़ने के लिए जितनी भी मदद देनी चाही… हेमंत बाबू किसी पर आगे नहीं बढ़े।
ऐसा रहने वाला है केंद्रीय गृहमंत्री का प्रवासीय दौरा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को देवघर एयरपोर्ट पर उतरे। इसके बाद एयरपोर्ट से बाबा मंदिर और मेहर गार्डन से कार्यक्रम स्थल तक 20 स्थानों पर आमजन, कई संस्थाओं और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। बाबा मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद वे सीधे मैहर गार्डन पहुंचें, जहां लगभग एक घंटा रुकने के बाद जसीडीह औद्योगिक क्षेत्र में इफको के नैनो यूरिया प्लांट का शिलान्यास करने पहुंच चुके हैं।
यहां पर वे किसानों को संबोधित करेंगे। इसके बाद निकट में ही विजय संकल्प रैली को भी संबोधित करेंगे। गृह मंत्री यहां से सीधे रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ के शताब्दी वर्ष के समापन समारोह में भाग लेने जाएंगे। आरके मिशन में कार्यक्रम करने के बाद वापस मैहर गार्डन आएंगे। रविवार को सत्संग आश्रम जाएंगे और वहीं से एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान कर वहां से दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।
गृह मंत्री अमित शाह रात्रि विश्राम के लिए मैहर गार्डन में रुकेंगे। वहीं, सीआरपीएफ और अन्य केंद्रीय एजेंसियों ने उनकी सुरक्षा की कमान संभाल रखी है। गृह मंत्री इफको के नैनो यूरिया प्लांट की आधारशिला रखने पहुंच चुके हैं। यह आधारशिला जसीडीह औद्योगिक क्षेत्र में रखी गई है, जहां इफको के नाम से 20 एकड़ जमीन आवंटित है।
देवघर में नैनो यूरिया का पांचवा संयंत्र
विश्व के पहले नैनो यूरिया (तरल) के पांचवें संयंत्र देवघर ईकाई का भूमि पूजन एवं शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह। इस संयंत्र से सालाना छह करोड़ नैनो यूरिया बोटल का उत्पादन होगा, जिसमें एक बोटल पांच सौ मिली लीटर की होगी। इसकी नैनो यूरिया की देवघर से झारखंड, बिहार, बंगाल और उड़ीसा में आपूर्ति होगी। इफको के चेयरमैन दिलीप भाई संघाणी, वाइस चेयरमैन बलवीर सिंह, प्रबंध निदेशक डॉक्टर उदय शंकर अवस्थी ने स्वागत किया। इस दौरान निदेशक विपणन देवेन्द्र कुमार ने नैनो यूरिया की खासियत को समझाया। मंच पर सांसद निशिकांत दुबे भी मौजूद हैं।
नैनो यूरिया से पूर्वी भारत के किसान के खेत का बढ़ेगा उत्पादन: अमित शाह
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नैनो यूरिया तरल के पांचवें संयंत्र के भूमि पूजन और शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते कहा कि इस संयंत्र से सालाना छह करोड़ नैनो यूरिया की पांच सौ ग्राम बोटल का निर्माण होगा। यह पूर्वी भारत के बिहार, बंगाल, उड़ीसा और झारखंड के किसान के खेत में उत्पाद बढाने में सहयोग करेगा। पांच सौ ग्राम की यह बोटल पूरी थैली यूरिया का विकल्प है। तरल यूरिया देश के भूमि संरक्षण की जरूरत है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भूमि संरक्षण को प्राथमिकता दी गई है।
पीएम ने भूमि संरक्षण को प्रमुख मुद्दा बनाया है। इफको का यह प्रयास खाद के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में बड़ा कार्य है। अब छह करोड़ यूरिया बैग का आयात नहीं करना होगा। केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा अन्न भंडारण वाला देश होगा। देश के सभी तहसील में दो हजार टन के अन्न भंडारण का गोदाम बनेगा। इसके साथ ही पैक्स कम्यूनिटी सेंटर बनेगा। इसके लिए आदेश दे दिया है कि पैक्स से 300 सेवा का लाभ मिलेगा। इसमें जन्म मृत्यु प्रमाणपत्र, किसानों को अनापत्ति प्रमाणपत्र, जिस पंचायत में बैंक नहीं है, वहां पैक्स से पैसे की भी निकासी होगी।