पटना, । पटना में राबड़ी देवी के आवास पर नौकरी के बदले जमीन मामले में सीबीआई की टीम पूछताछ के लिए पहुंची है। एक तरफ जहां इसको लेकर केंद्र की भाजपा और राज्य की महागठबंधन सरकार के बीच घमासान छिड़ा है। राबड़ी देवी से सीबीआई की पूछताछ खत्म हो गई है। चार घंटे से अधिक समय तक सवाल-जवाब के बाद राबड़ी देवी गुस्से से लाल दिखीं और कहा कि हमारे यहां यह सब चलते रहता है। कुछ नहीं है।
वहीं, केंद्रीय जांच एजेंसी की तरफ से भी इस मामले पर बयान सामने आया है। समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से सीबीआई ने कहा कि राबड़ी देवी के कहने पर ही टीम पूछताछ के लिए पटना पहुंची है। सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा कि कुछ दिनों पहले सीबीआई ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को तलब किया था और उन्होंने खुद सोमवार 6 मार्च को अपने आवास पर पूछताछ की तारीख तय की थी। ऐसा नहीं है कि सीबीआई बिना इजाजत के राबड़ी आवास के अंदर घुसी।
नौकरी के बदले जमीन मामले में लालू परिवार की मुश्किलें बढ़ी
बता दें कि लालू यादव और उनके परिवार पर आरोप है कि साल 2004-2009 के दौरान यूपीए सरकार में रेल मंत्री रहते हुए उन्होंने अपने करीबियों को ग्रुप-डी में नौकरी के बदले सस्ते दाम या तोहफे में उनसे जमीन ली थी।इस मामले में पिछले साल 10 अक्टूबर को सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें 14 लोगों को आरोपित बनाया गया था। इसमें लालू यादव, राबड़ी देवी और उनके बेटे-बेटियों के भी नाम है।
सीबीआई को गृह मंत्रालय से मिली कार्रवाई की मंजूरी
सीबीआई का आरोप है कि मध्य रेलवे के तत्कालीन महाप्रबंधक और केंद्रीय रेलवे के सीपीओ के साथ साजिश रचकर लालू परिवार ने नौकरी के बदले प्रचलित सर्किल रेट से काफी कम और बाजार दर से काफी कम कीमत पर हासिल की थी। इसी साल जनवरी में इस मामले में लालू प्रसाद यादव के खिलाफ गृह मंत्रालय ने सीबीआई को मुकदमा चलाने की मंजूरी दी थी।
15 मार्च को सुनवाई से पहले लालू परिवार को झटका
दिल्ली की राउज एवन्यू कोर्ट ने सीबीआई की चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने लालू यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती को समन जारी 15 मार्च को पेश होने का आदेश दिया है। दिल्ली में 15 मार्च को सुनवाई से पहले राबड़ी देवी से पूछताछ को लेकर लालू परिवार में बैचेनी बढ़ गई है।